एक फर्जी शिक्षक गिरफ्तार, 2009 से थे कार्यरत
बस्ती :- स्कूलों के फर्जीवाड़े की जांच में एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को सफलता मिली है। संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद कस्बे से गिरफ्तार किए गए एक फर्जी शिक्षक को लेकर एसटीएफ की टीम मंगलवार को बस्ती पहुंची। यहां जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय में पहचान और पुष्टि कराने के बाद उसे कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। एसटीएफ की ओर से इस मामलें में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कोतवाल रामपाल यादव ने बताया कि संतकबीरनगर के गजपुर निवासी शेषनाथ सिंह पर जालसाजी करके दीपक कुमार सिंह बनने और उसके शैक्षिक प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल करके शिक्षक की नौकरी हासिल करने का आरोप है।
लखनऊ एसटीएफ के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार वर्मा ने तहरीर में बताया है कि गोरखपुर के मोहद्दीपुर के रामनगर कॉलोनी निवासी दीपक कुमार सिंह के शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी व्यक्ति के नौकरी करने की गोपनीय सूचना पर छानबीन शुरू की गई थी। सूत्रों से पता लगा कि असली दीपक कुमार सिंह नोएडा में एक निजी समाचार चैनल के हेड क्वार्टर में नौकरी करता है। विभागीय अभिलेख में फोटो मिलान करने पर पता चला कि प्रधानाध्यापक की नौकरी करने वाला असल में संतकबीरनगर जिले के कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र के गजपुर का रहने वाला शेषनाथ सिंह है।
ऐसे में एसटीएफ की टीम ने सोमवार की देर शाम को खलीलाबाद बैंक चौराहे के पास से शेषनाथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को एसटीएफ टीम ने उसे बीएसए बस्ती जगदीश शुक्ल के सामने प्रस्तुत किया। फर्जीवाड़ा की पुष्टि होने के बाद उसके विरुद्घ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया। बीएसए ने बताया कि 2009 में विक्रमजोत ब्लॉक के सेंदुरिया प्राथमिक विद्यालय में दीपक कुमार सिंह ने ज्वाइन किया था। वर्ष-2013 में पदोन्नति के बाद रुधौली ब्लॉक के कथकपुरवा प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक नियुक्त हुआ। नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जा रही है।