Tuesday, November 11, 2025
राजनीति

पुलवामा जवानों, शहीद किसानों की स्मृति में संयुक्त किसान मोर्चा ने निकाला कैन्डिल मार्च

बस्ती :- (मार्तण्ड प्रभात ) भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर पुलवामा शहीदों एवं दिल्ली की सरहद पर आन्दोलित 200 से अधिक शहीद किसानों की स्मृति में कैन्डिल मार्च निकालकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। भाकियू जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी के नेतृत्व में रविवार शाम शास्त्री चौक पर किसान, मजदूर एकत्र हुये और कम्पनीबाग, गांधीनगर होते हुये रोडवेज स्थित शहीदे आजम भगत सिंह की प्रतिमा पर पहुंचे।

यहां आयोजित संक्षिप्त सभा को सम्बोधित करते हुये भाकियू के मण्डल उपाध्यक्ष दिवान चन्द पटेल ने कहा कि किसान और जवान देश की सबसे बड़ी शक्ति है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसान आन्दोलन में प्राण गंवाने वाले 200 से अधिक किसानों के बारे में केन्द्र की सरकार को कोई जानकारी ही नहीं है।

भाकियू मण्डल उपाध्यक्ष राम मनोहर चौधरी, रामनवल किसान ने कहा कि सरकार समस्या को हल करने की जगह किसानों को ही कठघरे में खड़ा करने का षड़यंत्र कर रही है। सरकार हर हथकण्डा अपना चुकी है किन्तु दिल्ली की सरहदांे से निकला आन्दोलन अब गांव- गांव पहुंच चुका है। सरकार को तीनों काले कानून वापस लेने ही होंगे और एमएसपी पर कानून बनाना होगा।

कैन्डिल मार्च में मुख्य रूप से डा. आर.पी. चौधरी, हृदयराम वर्मा, रामचन्दर सिंह, घनश्याम चौधरी, त्रिवेनी, राम सुरेमन, राममहीपत, फूलचन्द, कन्हैया प्रसाद, हरिभजन, रामफेर, नाटे चौधरी, रामचन्दर, सत्यराम, शिवमूरत, बंधु चौधरी, राजेन्द्र प्रसाद, शिवशंकर पाण्डेय, रामकृष्ण के साथ ही अनेक किसान, मजदूर शामिल रहे।