शौचालय के पैसे का हो रहा बंदरबाट
सिद्धार्थनगर :- जहां पर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सरकार द्वारा योजना चलाकर हर घर मैं शौचालय का लक्ष्य रखा गया और इसके लिए बड़े पैमाने पर शासन द्वारा बजट भी उपलब्ध कराया गया परंतु सरकार की इस योजना को पलीता लगाते हुए अधिकांश गांवों के ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी शौचालय का पैसा हजम कर गए । कहीं दीवार तो कहीं गड्ढा बनाकर कोरम कर दिया गया।
मामला ग्राम पंचायत कदमहवा के टोला कुशलपुर के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी ने मिलकर शौचालय के नाम पर आया लाखों रुपया हजम कर गए और कागजी कोरम पूरा कर शौचालय निर्माण दिखा दिए। कुछ लाभार्थी यों ने बताया कि प्रधान ने ग्रामीणों से प्रति शौचालय के लिए ₹2000 की मांग रखी थी जिसको ना देने के एवज में प्रधान द्वारा कहीं आधा अधूरा तो कहीं बिना शौचालय बनाए उसको कागज में पूरा दिखा दिया गया ।
कदमहवा के टोला कुशलपुर निवासी रामबरन ने 23-7-2020 को जिलाधिकारी को दिये शपथ पत्र नोटरी के माध्यम से प्रधान व सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सचिव व प्रधान द्वारा ग्राम पंचायत कदमहवा में राज्य वित्त, चौदहवां वित्त व शौचालय में शासन से आये धन में काफी धांधली की गई है। जिलाधिकारी से गांव में कराये गये विकास कार्यो के जांच की मांग की थी । शिकायतकर्ता ने बताया कि जांच के लिए किसी अधिकारी को नामित किया गया था परन्तु बिना कोई जानकारी के जांच अधिकारी द्वारा जांच के नाम पर कोरमपूर्ति कर लिया गया। वहीं विकास खण्ड मिठवल के ग्राम पंचायत नदया के प्रधान ने ग्राम पंचायत अधिकारी पर आरोप लगाया है कि सचिव द्वारा कूटरचित तरीके से शौचालय के पैसे का बंदरबांट कर लिया गया है। जिसकी जानकारी मुझे नही है। प्रधान ने बताया है कि इस सम्बन्ध में जनपद के उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से भी अवगत करा दिया लेकिन जिम्मेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।