कृष्ण ने कंस को, राम ने रावण को पराजित किया था,हम सत्ता को पराजित करेंगे:चंद्रमणि पांडेय “सुदामा”

बस्ती :-(मार्तंड प्रभात) समर्थकों के साथ जनता से तन मन धन से सहयोग व आशीर्वाद मांगते हुए नंगे पैर एक हाथ में थाली लेकर याचना करते दूसरे हाथ माला लेकर जय श्री कृष्णा जय हो द्वारिकाधीश का जाप करते निर्दलीय प्रत्याशी चन्द्रमणि पाण्डेय “सुदामा” ने नामांकन स्थल पहुंचकर एक सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
दाखिला के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए श्री पाण्डेय ने कहा कि दो दशकों के संघर्ष व पांच वर्ष जनता के बीच निरन्तर उपस्थित रहकर उनकी सेवा द्वारिकाधीश मानकर किया हूँ।
इसलिए जनता जनार्दन इस बार अपना आशीर्वाद अवश्य देगी। उन्होंने कहा कि जैसे कंस को कृष्ण ने परास्त किया था, रावण को राम ने परास्त किया उसी तरह इस अहंकारी सत्ता को सुदामा परास्त करेंगें।
उन्होंने अपनी प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह इलाहाबाद बैंक के जमाकर्ताओं का डूबा धन संघर्ष कर वापस कराया हूं। जनता का जिला सहकारी व सहारा का पैसा वापस दिलाऊंगा, बिना पद अनेकों सड़कों पुल व अण्डरपास निर्माण के साथ साथ तटबंध विहीन गांवों को सुरक्षित कराया हूं। छुट्टा जानवरों से किसानों की फसल सुरक्षित कराऊंगा।
आशा, आशा संगिनी, रसोईया आंगनबाड़ी व चौकीदार को न्याय दिलाऊंगा सरकारी नौकरी से ठेका प्रथा समाप्त कराऊंगा विकास के मूल आयाम शिक्षा चिकित्सा की स्थिति में सुधार लाकर नि:शुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा चिकित्सा उपलब्ध कराऊंगा।
बड़े दलों व नेताओं पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि ये जनता को भिखारी समझ खैरात व खैराती योजना लाते हैं हम जनता को जनार्दन मान तन मन धन से सहयोग व आशीर्वाद लेने आये हैं।
ताकि विधानसभा में इनकी न्यायिक मांगों को पुरजोर ढंग से उठा सकूं। उन्होंने कहा कि आज हर्रैया में किसी भी राजनीतिक दल ने पांच साल जनता के मध्य उपस्थिति दर्ज कराने वाले कार्यकर्ता को टिकट नहीं दिया है। ऐसे में कार्यकर्ताओं को सम्मान न दे पाने वाले जनता से क्या वादा कितना पूरा करेंगे प्रत्याशी जनता हित के लिए अपने कार्यों व संघर्षों का उल्लेख करें व विजय उपरान्त अपनी योजना प्रस्तुत करें जुमला न थमायें।
नामांकन के दौरान जहां श्री पाण्डेय के थाली में आम जनता ने रूपया देकर सहयोग किया।
वहीं कप्तानगंज विधायक व जिलाध्यक्ष महेश शुक्ला ने भी 501रूपये का सहयोग व शुभकामना दी श्री पाण्डेय द्वारा जनता का आशीर्वाद लेने का यह नया तरीका बड़ा ही हिट रहा। उन्हें सहयोग देने वालों के साथ ही देखने वालों का हुजूम था।

