Tuesday, July 15, 2025
जय हो जानता की

चुनाव आचार संहिता की उड़ी धज्जियां ,भाजपा समर्थित प्रत्याशी दे रहे वोट के बदले नोट ,वीडियो वायरल , प्रशासन ने साधी चुप्पी

बस्ती :- (संवाददाता) बस्ती जनपद में जैसे जैसे मतदान का समय नजदीक आ रहा है प्रत्याशियों ने वोटो की खरीद फरोख्त तेज कर दी है। इस दौर में ना तो आचार संहिता का कोई मतलब है ना ही कोरोना संहिता का, सब की धज्जियां धड़ल्ले से उड़ाते हुए जीतने के लिए कुछ भी करने पर आमादा है।वोटरों को खरीदने बेचने का कार्यक्रम भी तेजी से चल रहा है।

 कीमत वायरल वीडियो के अनुसार 500 से 20000 हजार तक पहुंच रही है।

इसी बीच कप्तानगंज से जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी गिल्लम चौधरी और वोटरों के बीच कीमत कम आके जाने को लेकर नोकझोक का एक वीडियो वायरल हो रहा है।बताया जा रहा है कि ये वीडियो गिल्लाम चौधरी का है जो भाजपा समर्थित जिला पंचायत प्रत्याशी है।

https://www.facebook.com/watch/?v=278202497373016

 

मामला मरवाटिया तिवारी गांव का बताया जा रहा है । हुआ ये कि एक वोटर को 500 रुपए नेता जी ने पकड़ा दिए जिसको देख कर वोटर महोदय भड़क उठे और इसे अपनी औकात और अपमान से जोड़ते हुए नेता जी पर ही भड़क उठे उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधान रहे है जिसे 20000 दिए थे उससे कम है ।इसी बीच किसीने वीडियो बना कर वायरल कर दिया।

हमारे पत्रकार ने जब इस वीडियो पर नेताजी से राय जाननी चाही तो नेता जी ने चुनाव में सब चलता है कहकर फोन काट दिया।

चुनाव प्रेक्षक का नंबर खानापूर्ति

चुनाव प्रेक्षक का नंबर भी खानापूर्ति ही लगता है क्योंकि जब भी दिए गए नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई नंबर बिजी हो जाता है।इसी विषय पर जब चुनाव प्रेक्षक के नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो बार बार नंबर बिजी कर दिया जा रहा है।

आपको बता दे की आचार संहिता अनुसार पैसा ,शराब,और अन्य प्रलोभन देना अवैध है साथ ही जिला पंचायत सदस्य मात्र एक वाहन का ही उपयोग भी कर सकता है लेकिन शायद भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के उपर कोई नियम लागू नहीं होता ।

। वाहनों का पुरा काफिला प्रचार में चल रहा है।ना कोरोना आचार संहिता और ना ही चुनाव आचार संहिता का कोई महत्व है प्रचारकों की संख्या पहले से निर्धारित है लेकिन पूरी तरह से मजाक बना दिया है । साड़ी ,शराब धड़ल्ले से लुटाया जा रहा है। भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को कही ना कही संरक्षण भी मिलता दिख रहा है क्योंकि उन पर कार्यवाही भी होती नहीं दिखती।

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