Tuesday, July 15, 2025
अयोध्या

मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लॉकडॉउन में ढील देने मांग की

लखनऊ:-( संवाददाता) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को धर्मगुरुओं के साथ संवाद कार्यक्रम किया था।इस दौरान मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सरकार से नियमों में ढील दिए जाने की मांग की।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की मांग थी कि रमजान का महीना शुरू हो गया है खुली जगहों पर अधिकतम 100 लोग जबकि बंद जगहों जैसे हॉल में अधिकतम 50 लोगो के जमा होने की अनुमति है ऐसे में यही नियम इबादतगाहों के लिए भी लागू किया जाए। साथ ही पांच लोगो कि धर्मस्थल में प्रवेश की निर्धारित संख्या में भी बदलाव किया जाए।

 

दूसरे मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी मांग की है कि नाइट कर्फ्यू को एक घंटा देर से लगाने कियांग करते हुए कहा कि रमजान के महीने में रोज़ा खोलते-खोलते रोजेदारों को रात के 8 बज जाता है। नाइट कर्फ्यू 9 बजे से प्रभावी हो जाता है।ऐसे में दुकानें इससे आधे घंटे पहले ही बंद हो जाती हैं।इस वजह से रमज़ान की खरीददारी में बहुत समस्याएं आ रही हैं।ऐसे में रात 9 बजे की बजाय 10 बजे से नाइट कर्फ्यू लगाया जाए।

मुस्लिम धर्मगुरुओं की दोनों मांगों पर सीएम योगी ने जवाब देते हुए कहा, “मौलाना साहब मैं आपका हृदय से धन्यवाद देता हूं. पिछली बार भी साल 2020 में जब हम लोगों ने संवाद बनाया था उस समय प्रदेश में आप सभी लोगों ने शासन के इस प्रोटोकॉल के हिसाब से ही प्रदेश की जनता से और अपने सभी अनुयायियों से इसके लिए अपील भी जारी की थी और इसके लिए निर्देश भी जारी किया था कि इस समय मानवता को बचाने की आवश्यकता है।

उन्होंने आगे कहा, “प्रदेश सरकार ने वर्तमान में भी कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में ये निर्देश उसी क्रम में जारी किये हैं।आपने कुछ सुझाव दिये हैं सरकार इसका संज्ञान लेगी और जो भी इस संबंध में आवश्यक निर्णय होगा, उसके बारे में अवश्य आपको अवगत कराया जाएगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने धर्मगुरुओं से संवाद में कहा है कि आस्था का सम्मान होना चाहिए लेकिन आस्था मानव के लिए है, मानव आस्था के लिए नहीं है. मानव ही नहीं रहेगा तो कुछ नहीं बचेगा. आस्था को किनारे रख मानवता बचाना होगा, इसलिए धर्मस्थलों के लिए बने मानकों का पालन करें और प्रशासन का सहयोग करें.

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