Tuesday, July 15, 2025
बस्ती

विनोद कुमार हत्याकाण्ड में मुकदमा दर्ज कर दोषियों के गिरफ्तारी की मांग

बहुजन मुक्ति पार्टी ने डीएम, एसपी को सौंपा ज्ञापन विनोद की पत्नी ने लगाया न्याय की गुहार

बस्ती। पैकोलिया थाना क्षेत्र के मजिगवां निवासी विनोद कुमार के हत्या मामले में अभी तक दोषियोें के विरूद्ध पुलिस ने न तो मुकदमा दर्ज किया न कोई कार्रवाई की गई।

बुधवार को बहुजन मुक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष दयानिधि आनन्द के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने   जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर मामले में दोषियों के गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को सुरक्षा एवं आर्थिक सहायता दिये जाने की मांग किया।

मृतक विनोद कुमार की पत्नी रेनू देवी ने भी अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाया।

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को दिये ज्ञापन में मांग किया गया है कि 27 मई को विनोद कुमार के हत्या मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसकी मौत करंट से हुई है। इस मामले में पैकोलिया पुलिस अभी तक चुप्पी साधे हुये है।

कोई गिरफ्तारी नहीं की गई। चेतावनी दिया कि यदि मामले में मुकदमा दर्ज कर हत्यारों को गिरफ्तार न किया गया तो बहुजन मुक्ति पार्टी  आन्दोलन को बाध्य होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में आर.के. आरतियन, हृदय गौतम, ठाकुर प्रेम कुमार, राम सुमेर यादव, आर.के. गौतम, मिन्टू शर्मा,  राम गोपाल सेन आदि शामिल रहे।

ज्ञात रहे कि रेनू देवी पत्नी विनोद कुमार ने अपने पति के हत्या मामले में दोषियों के गिरफ्तारी, परिवार की सुरक्षा और बच्चोें के भरण पोषण के लिये शासन स्तर पर सहयोग की मांग उच्चाधिकारियों से किया था और  एसपी से मिलकर रेनू देवी ने न्याय की गुहार लगाया किन्तु अभी तक न्याय नहीं मिल सका है।  एसपी को दिये पत्र में रेनू देवी ने कहा था कि उसके पति विनोद कुमार ने  हर्रैया थाना क्षेत्र के रायपुर निवासी राम प्रसाद चौधरी को अपनी जमीन बेचा था।

राम प्रसाद ने जमीन लिखवाने के बाद उसे पैसा नहीं दिया और मांगने पर गालियां देता था। रेनू के अनुसार गत 27 मई को राम प्रसाद चौधरी ने पैसा देने के लिये बुलाया किन्तु पैसा नहीं मिला और मझौवा वाले रास्ते पर नहर के पास उसके पति की हत्याकर फेंकी लाश बरामद हुई। शरीर पर कई जगह कटे जले का घाव था। रेनू को आशंका है कि राम प्रसाद चौधरी आदि ने मिलकर उसके पति की हत्या कर लाश फेंक दिया। अभी तक पैकोलिया पुलिस ने मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। रेनू देवी भूमिहीन है और उसके एक पुत्र दो पुत्रियां है। उसके समक्ष जीवन यापन, भरण पोषण की जिम्मेदारी है।

उसके पति विनोद कुमार बाल काटने की दुकान चलाकर किसी प्रकार से परिवार चलाते थे। उसे आशंका है कि यदि दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई न हुई तो उसका और बच्चों का भी जीवन बरबाद किया जा सकता है।

पैकोलिया पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किये जाने से रोष बढ रहा है और मामला तूल पकड़ सकता है। बहुजन मुक्ति मोर्चा ने ज्ञापन देकर चेतावनी दिया है कि यदि न्याय न मिला तो पार्टी निर्णायक आन्दोलन को बाध्य होगी।

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