Wednesday, July 16, 2025
ज्योतिष और धर्म

शनि प्राकट्योत्सव पर करे शनि की विशेष आराधना ,प्रसन्न होंगे शनि देव

शास्त्रों के अनुसार शनि देव जी का जन्म ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को रात के समय हुआ था।

इस बार शनि जयंती 10 जून 2021 गुरुवार को पड़ रही है। इस शुभ अवसर पर शनि देव को प्रसन्न कर आप कष्टों से मुक्त हो सकते है।

जानिए शनि देव को प्रसन्न करने का उपाय

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सुबह जल्दी स्नान आदि से निवृत्त होकर सबसे पहले अपने इष्टदेव, गुरु और माता-पिता का आशीर्वाद लें।

सबसे पहले शनिदेव के इष्ट भगवान शिव का ‘ऊँ नम: शिवाय’ बोलते हुए गंगाजल, कच्चा दूध तथा काले तिल से अभिषेक करें।

अब शनिदेव की पूजा शुरू करते हुए सर्वप्रथम शनिदेव का सरसों के तेल से अभिषेक करें।

“ऊँ शं शनैश्चराय नम:” का निरंतर जप करते रहें।

सरसों के तेल का दीपक प्रज्वलित करें तथा कस्तूरी अथवा चन्दन की धूप अर्पित करें।

शनि के वैदिक मंत्र का उच्चारण करें

“नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्

छायामार्तण्ड संभूतम् तम नमामि शनैश्चरम्॥”

अब स्त्रोत्र का पाठ करें

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नमस्ते कोण संस्थाय पिंगलाय नमोऽस्तुते।

नमस्ते बभ्रुरुपाय कृष्णाय नमोऽस्तुते॥

नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते चांतकायच।

नमस्ते यमसंज्ञाय नमस्ते सौरये विभो॥

नमस्ते मंदसंज्ञाय शनैश्चर नमोऽस्तुते।

प्रसादं कुरू देवेश दीनस्य प्रणतस्य च॥

शाम को पीपल के वृक्ष के नीचे तिल के तेल के दीपक को प्रज्जवलित करें। शनिदेव से प्रार्थना करें कि सभी समस्याएं दूर हों और बुरे समय से पीछा छूट जाए। इसके बाद पीपल की सात परिक्रमा करें।

 

।                                      आचार्य विपिन मिश्र

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