सिंचाई संघ उत्तर प्रदेश के आवाहन पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

बस्ती :- (मार्तण्ड प्रभात )30 अक्टूबर, 2021। सिंचाई संघ, उत्तर प्रदेश के आवाहन पर स्थानीय शाला बस्ती द्वारा दिनांक 3, अक्टूबर, 2021 को नलकूप खण्ड-बस्ती के प्रांगण में एक दिवसीय धरना ओयोजित करके अधिशासी अभियन्ता के माध्यम से प्रमुख अभियन्ता यांत्रिक एवं विभागाध्यक्ष, सिंचाई एवं झ्ल संसाधन विभाग, उत्तर प्रदेश एवं जिलाधिकारी, बस्ती के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी एवं अपर मुख्य सचिव, सिंचाई विभाग, उत्तर प्रदेश शासन को ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मिश्र एवं संचालन मंत्री प्रदीप कुमार दूबे ने किया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष श्री सुभाष चन्द्र मिश्र ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को दर किनार करते हुए 01 अप्रैल, 2005 के पहले नियुक्त अंशकालीन नलकूप चालकों को पुरानी पेंशन का लाभ न देकर सरकार हठधार्मिता पर उतारू है, जबकि भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखण्ड की सरकार ने उपरोक्त सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के आधार पर अपने कार्मिकों को पुरानी पेंशन का लाभ प्रदान कर चुकी है।
एक ही आदेश नियुक्त अंशकालीन नलकूप चालक (उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड) में जहाँ उत्तराखण्ड में अंशकालीन नलकूप चालकों को पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार पुरानी पेंशन का लाभ न प्रदान करके सौतेला व्यवहार कर रही है, जिसके कारण संघ केघरना, प्रदर्शन इत्यादि कार्यक्रम करने के लिए विवश है।
बैठक को सम्बोधित करते हुए मंत्री श्री दुबे ने कहा कि नई पेंशन नीति को समाप्त करने, पुरानी पेंशन बहाल करने, सेवानियमावली प्राख्यापित किये जाने, ग्रेड पे 1900 के स्थान पर 2400 किये जाने, मोटर साइकिल भत्ता, जमाबन्दी प्रथ को समाप्त किये जाने इत्यादि महत्वपूर्ण मांगो पर सकारात्मक निर्णय लिये जाने तक आन्दोल जारी रहेगा।
संयुक्त परिषद्, बस्ती के मंत्री तौलू प्रसाद एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री राम अथार पाल, सिंचाई संघ की सभी माँगो का समर्थन करते हुए कहा कि सिंचाई संघ की सभी मांगे जायज है, परिषद् सभी मॉगो का पूर्ण समर्थन करता है तथा माँग करता है कि अंशकालीन नलकूप चालकों को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुरूप सेवाओं को जोड़कर पुरानी पैशन दिया जाना, नई पेंशन नीति समाप्त करके पुरानी पेंशन लागू करना एवं वेतन विसंगति को अविलम्ब दूर किया जाय जिससे कर्मचारी पूरे मनोयोग से राजकीय कार्यो का सम्पादन कर सकें।
वरिष्ठ उपापध्यक्ष श्री अजय कुमार सिंह ने धरना में उपस्थित सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्ति करते हुए कहा कि यदि 22 अक्टूबर, 2021 तक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो 23 अक्टूबर, 2021 को प्रमुख अभियन्ता कार्यालय पर संघ थरना के लिए बाध्य होगा।
धरने में उदयभान चौथरी, पुरूषोत्तम, ब्रम्हानन्द पाण्डेय, सत्येद्र सिंह, रघुनाथ तिवारी, अनिरूद्ध पाण्डेय, अरूण प्रभाकर त्रिपाठी, जीतेन्द्र तिवारी, हरिशचन्द्र शुक्ल, रत्नेश पाण्डेय, वीरेन्द्र ओझा, प्रेम नरायन तिवारी, रन बहादुर सिंह, ओम प्रकाश, बाबूराम, मुनीर अहमद, जितेन्द्र, विश्वामित्र शुक्ल, रायेश्याम सहित तमाम लोग उपस्थित रहें।

