Tuesday, July 15, 2025
बस्ती

सिख संगत ने बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाया दीपावली का पर्व

सिख संगत ने बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाया दीपावली का पर्व

बस्ती। श्री गुरुद्वारा साहिब गुरु गोबिंद सिंह चौक कंपनी बाग बस्ती में सिख संगत ने दीपावली पर्व को बंदी छोड़ दिवस के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कीर्तन दरबार भी सजाया गया। कार्यक्रम सेवादार जसवीर सिंह विक्की के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये पूर्वांचल सिख वेलफेयर सोसाइटी प्रांतीय संयोजक सरदार सरदार जगवीर सिंह ने दीपावली पर्व की शुभकामना देते हुये कहा कि सिख समाज में दीपावली का बड़ा महत्व है।

बताया कि इसी दिन ग्वालियर किले में बंद सिक्खों के छठे सत गुरु मीरी पीरी के मालिक गुरु हरगोविंद साहब जब रिहा हुए जेल से बाहर आने लगे तो उन्हे देखा 52 हिंदू राजा जेल के अंदर ही है वह नही छोड़े गए, कहा कि जब तक राजा गण नहीं छोड़े जाएंगे तब तक मैं भी जेल बाहर नहीं जाऊंगा उस समय के मुगल बादशाह जहांगीर पशोपेश पड़ गए आखरी में हार मान कर 52 राजाओं को भी गुरु हरगोविंद के साथ छोड़ दिया। यह गुरु जी की महानता है और दुसरो के लिय सच्ची सेवा है ।
सरदार सरदार जगवीर सिंह ने कहा कि इतिहास गवाह है सिख गुरु ने हमेशा कुर्बानियां दी है छुटने के बाद जब गुरु जी अमृत सर के हरमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिय पहुंचे तो भारी सिख संगत ने दीपावली मनाई और सारे अमृतसर को दीपों से जगमगा दिया ।
इस अवसर पर सरदार जसबीर सिंह उर्फ विक्की को सिख संगत की तरफ से सिरोपा दे कर सम्मानित किया गया ।

संगत पंकत में बैठ कर लोगों ने लंगर ग्रहण किया । मुख्य रूप से कुलदीप सिंह, सरबजीत सिंह, हरभजन सिंह, जगजीत सिंह, राजा सिंह, जसविंदर सिंह, गोलू मोरिया, अमृत पाल सिंह, सुधांशु हिमांशु, दमन प्रीत सिंह, सुरेंद्र कौर करण, भूपेंद्र कौर, सरदार मोंगा, दीपक, हर्ष कालरा आदि शामिल रहे।
अंत में गुरु द्वारा साहिब कंपनी बाग के मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी गुरु जीत सिंह, ज्ञानी प्रदीप सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब के चरणों में अरदास कर सभी के जीवन के सुख समृद्ध के लिये कामना किया।

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