वादा खिलाफी दिवस की रूपरेखा पर बनी रणनीति


बस्ती :-(मार्तंड प्रभात) शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन की बैठक जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी की अध्यक्षता में शिवा कालोनी स्थित शिविर कार्यालय पर सम्पन्न हुई। बैठक में राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर आगामी 31 जनवरी को आयोजित होने वाले सरकार के ‘ वादा खिलाफी दिवस’ की रूप रेखा पर विचार किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुये भाकियू के प्रदेश सचिव दिवान चन्द पटेल ने कहा कि किसानांे ने तीन कृषि कानून वापस किये जाने के बाद सरकार पर भरोसा कर आन्दोलन समाप्त कर दिया। केन्द्र और राज्य सरकार आन्दोलन समाप्त होने के बाद एमएसपी पर कमेटी घटित किये जाने, आन्दोलन में शहीद हुये 730 लोगों के परिजनों को मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी दिये जाने, आन्दोलन के दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लिये जाने, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमण्डल से बर्खास्त किये जाने का आश्वासन दिया था। कहा कि एक माह से अधिक की अवधि पूरा हो जाने के बावजूद अभी तक केन्द्र और राज्य सरकारोें ने वायदा पूरा करने की दिशा में कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया।
भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष अनूप चौधरी ने बैठक में बताया कि आगामी 31 जनवरी को बस्ती मण्डल के साथ ही समूचे प्रदेश में किसान, मजदूर वादा खिलाफी के सवाल को लेकर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देंगे। इसके बाद भी सरकार न चेती तो राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर नये सिरे से आन्दोलन खड़ा किया जायेगा। कहा कि गन्ना किसानों का पुराना अरबों रूपया वाल्टरगंज और रूधौली आदि चीनी मिलों पर बकाया है, धान की खरीदारी नहीं किया जा रहा है। जानवरों द्वारा फसलांें को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इन सवालों को लेकर भी किसान आन्दोलन को मजबूर होंगे।
बैठक में मुख्य रूप से राम नवल किसान, शोभाराम ठाकुर, डा. आर.पी. चौधरी, रामचन्द्र सिंह, हृदयराम वर्मा, त्रिवेनी, घनश्याम, गौरीशंकर, राजेन्द्र प्रसाद, राम मनोहर, नाटे चौधरी, दीप नरायन, श्याम नरायन सिंह, कन्हैया किसान, कृष्णचन्द्र, विनोद चौधरी, रामकलप आदि शामिल रहे।


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