14 वर्षीय बालिका सहित 4 महिलाओं पर घर मर घुसकर किया गया आघात और अभद्रता

बस्ती :-(मार्तण्ड प्रभात) मामला बस्ती जिले के डुमरियागंज क्षेत्र के करीब चंदोखा गांव की है।कुछ लोगों ने एक घर मे घुसकर महिलाओं के साथ मारपीट, अभद्रता की और लूटपाट किया। 15 मई की शाम 6 बजे के करीब रणधीर सिंह गांव में गए थे जब उनके घर पर 50 से ज़्यादा हथियार बंद लोगों ने धावा बोल दिया और तोड़फोड़ शुरू कर दी। शोर सुनकर घर की महिलाएं देखने आयीं की क्या हो गया। तब तक हमलावरों की नज़र उन पर पड़ गयी और हमलावरों ने महिलाओं पर धावा बोल दिया। अपनी जान बचाने के लिए महिलाओं ने दरवाजा बंद करने की कोशिश की लेकिन तब तक हमलावर घर मे घुस गए और महिलाओं के साथ मारपीट तथा ज़ोर ज़बरदस्ती करनी शुरू कर दी। एक 14 वर्षीय बालिका और एक गर्भवती महिला सहित घर मे 4 महिलाएं मौजूद थीं। सभी महिलाओं के साथ मारपीट की गयी तथा उनके कपड़े फाड़कर जबरदस्ती करने का प्रयास किया गया।
गांव वालों के इकट्ठा हो जाने के कारण किसी तरह महिलाओं की इज़्ज़त बच पायी। हमलावरों ने तब तक घर मे जमकर लूट पाट की और गहने और नगदी लूट लिया और घर मे जमकर तोड़ फोड़ की। इसी बीच रणधीर सिंह भी वहाँ पंहुच गए और अपने घर की महिलाओं को बचाने के लिए हमलावरों से लड़ गए जिसमे उन्हें सिर सहित पूरे शरीर पर गंभीर चोटें आयीं।
जमकर उत्पात मचाने के बाद हमलावर लौट गए और पीड़ित परिवार पंहुचा सोनहा थाने मामले की शिकायत करने लेकिन थाने से उन्हें ये कहकर लौटा दिया गया कि एक ढाई वर्ष के बच्चे के अपहरण और हत्या के मामले में पुलिस बल अभी वहाँ गया हुआ है अतः ये लोग अपनी शिकायत दर्ज करवाने के लिए बाद में आएं। पीड़ित परिवार अपने घर लौट आया और अगले दिन फिर सोनहा थाने गए जहाँ सोनहा थाने के थानाध्यक्ष अशोक सिंह ने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया और पीड़ितों को ही डराने धमकाने लगे लेकिन जब पीड़ित परिवार नही माना तो थानाध्यक्ष ने कहा कि महिलाओं वाला मामला हटा दो तब एफआईआर दर्ज होगी।
पीड़ित परिवार यथास्थिति एफआईआर दर्ज करवाने की अपनी मांग पर अड़ा रहा तो थानाध्यक्ष ने उन्हें वापिस लौटा दिया।
पीड़ित परिवार ने राजनैतिक लोगों से समपर्क करके मदद की गुहार लगाई तो लोगों ने पीड़ित परिवार का संपर्क डीजी पी कार्यालय से करवाया तथा मामले की जानकारी वहाँ उपलब्ध करवाई। DGP कार्यालय ने पीड़ित परिवार को SP कार्यालय जाकर तहरीर देने को कहा और इसी बीच लोगों ने ट्विटर के माध्यम से उत्तर प्रदेश पुलिस एवं अन्य महकमो को सूचित कर दिया। मामले को बढ़ता देख आज SO अशोक सिंह ने पीड़ित परिवार को फोन करके कहा कि उस 14 वर्षीय बालिका का नाम शिकायत से हटा लें तब उनकी शिकायत दर्ज हो जाएगी। यह पोस्ट लिखे जाने के समय पर पीड़ित परिवार बस्ती SP कार्यालय पर न्याय को गुहार लगाने पंहुचा है।
हमलावर पक्ष पीड़ित परिवार को रिपोर्ट दर्ज करवाने की स्थिति में जान से मारने की धमकी भी दे चुका है। उत्तर प्रदेश में न्याय के लिए क्या अब आम जन को दर दर भटकना पड़ेगा?

