4 फीसदी ऋण भी नहीं हुआ मंजूर आत्मनिर्भर भारत योजना को लगा ठेस
बस्ती :- कोरोना के दौर में खड़े हुए रोजगार के संकट से निपटने के लिए एक ओर केंद्र व प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है तो रोजगारपरक योजनाओं को जिले के बैंकों का सहयोग नहीं मिल रहा है। इसके चलते रोजगार परक योजनाओं में महज चार फीसदी आवेदकों को ही ऋण मिल पाया है।
वित्तीय वर्ष के पॉच माह बीतने के बाद भी प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में 136 के सापेक्ष नौ, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में 128 के सापेक्ष दो तथा एक जनपद एक उत्पाद योजना में 27 के सापेक्ष मात्र एक लाभार्थी को ऋण मिल पाया है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत किए गए 37 आवेदन पत्रों को विभिन्न बैंकों ने रिजेक्ट कर दिया है। इसका कोई स्पष्ट कारण भी नहीं बताया है। हालांकि इस मामले में डीएम ने लीड बैंक के जिला समन्वयक से स्पष्टीकरण भी मांगा है।
बैंक की तरफ से जो भी ऋण वितरण किया जा रहा है, उसे उद्योग से संबंधित पोर्टल् पर अपलोड नहीं किया जा रहा है। इस कारण मार्जिन मनी भी लाभार्थी को नहीं मिल पाएगी। इसी तरह 89 मत्स्य पालको में से एसबीआई के पास 15, बडौदा यूपी बैंक के पास 29 तथा पीएनबी के पास नौ ऋण पत्रावलियां लंबित हैं।