एडवा लखनऊ का जिला सम्मेलन संपन्न

लखनऊ :-30/03/2022 । सरकार को लगता है कि मुफ्त राशन उसके हाथ एक ऐसी गोट लग गई है जिससे वह काफी दिनों तक गरीब जनता को मूर्ख बना सकती है किन्तु वह गरीब जनता सब जानती है कि भोजन का अधिकार उसे देश के संविधान ने दिया है , यह कोई एहसान नहीं है ।
। वे चाहते हैं कि उसे रोजगार मिले , उसके बच्चों को शिक्षा मिले, उसे मुफ्त में इलाज मिले , उसको आवास मिले तभी वह स्वाभिमान से ज़िंदगी जी सकेगा ।एक राजा की तरह टुकड़े फेंक कर राजा समझता है उसने एहसान कर दिया तो यह नहीं चलेगा । वह एक सम्मानजनक ज़िंदगी जीने का हक़ चाहती है।
आज एडवा के जिला सम्मेलन में महिलाओं ने अपने जीवन के दर्द को साझा किया ।मंहगाई ने उनके जीवन को बदहाल कर दिया है । आयुष्मान कार्ड का बड़ा ढिंढोरा है किन्तु वहां उपस्थित महिलाओं में से किसी को भी आज तक उसका लाभ नहीं मिला है ।फतहापुरवा से आई सुनीता यह बताते हुए फफक फफक कर रो पड़ी कि उनके पति इलाज के अभाव में अपाहिज हो गये। आयुष्मान कार्ड उनके लिए बस कागज़ का टुकड़ा है जिसे लेकर उन्होंने झूठी उम्मीद पाल रखी थी ।
इस मौके पर बहादुर पत्रकार प्रज्ञा मिश्रा , नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ घंटाघर में सबसे पहली आवाज उठाने वाली कौसर जहां , कोरोना महामारी में अपने पति को खो देने के बाद भी गरीब महिलाओं के लिए संघर्ष करने वाली माया और गांव के विवाद को सांप्रदायिक तनाव न बनने देने वाली बहादुर महिलाएं सुशीला व मीरा को सम्मानित किया गया ।

