पैकोलिया थाने पर थानाध्यक्ष दुर्गेश कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में योग शिविर का आयोजन

बस्ती | थाना पैकोलिया थाने पर योग गुरु आदित्य नारायण बस्ती योगरत्न के नेतृत्व मेंयोगशिवर का आयोजन किया गया जिसमे पैकोलिया थानाध्यक्ष दुर्गेश कुमार पाण्डेय मय पुलिस बल के साथ योगशिवर मे भाग लिऐ जिसमे बस्ती योगरत्न जी द्वारा बताया गया कि योग संस्कृत योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है।
जिसमें शरीर मन और आत्मा को एक साथ लाने योग का काम होता है संयोग योग इत्युक्तो जीवात्मपरमात्मनो अर्थात जीवात्मा व परमात्मा के संयोग की अवस्था का नाम ही योग है सबसे पहले योग शब्द का उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है पतञ्जलि का योगसूत्र योग का सबसे पूर्ण ग्रन्थ है योग शब्द का शाब्दिक अर्थ जोड़ना या मिलन कराना है ।
महर्षि व्यास भी योग शब्द का अर्थ करते हुए कहा है कि समाधि को ही योग कहते है योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के युजिर् धातु से हुई है जिसका अर्थ है सम्मिलित होना या एक होना योगशिविर मे विभिन्न योगासनों का अभ्यास हुआ जैसे 1 बैठकर पद्मासन वज्रासन सिद्धासन मत्स्यासन वक्रासन अर्ध मत्स्येन्द्रासन गोमुखासन पश्चिमोत्तनासन ब्राह्म मुद्रा उष्ट्रासन गोमुखासन आदि 2 पीठ के बल लेटकर अर्धहलासन हलासन सर्वांगासन विपरीतकर्णी आसन पवनमुक्तासन नौकासन शवासन आदि 3 खड़े होकर ताड़ासन वृक्षासन अर्धचंद्रमासन अर्धचक्रासन दो भुजकटिचक्रासन चक्रासन पादहस्तासन आदि शीर्षासन मयुरासन सूर्य नम स्कार आदि ।
21 जून 2015 को प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया इस अवसर पर 192 देशों और 47 मुस्लिम देशों में योग दिवस का आयोजन किया गया कार्यक्रम के समापन सम्बोधन में थानाध्यक्ष दुर्गेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि आसन प्राणायम मुद्रा से लाभ प्राप्त करने के लिए सुरक्षित और नियमित अभ्यास की आवश्यकता है।
योग का अभ्यास आन्तरिक ऊर्जा को नियंत्रित कर शरीर और मस्तिष्क में आत्म विकास के माध्यम से आत्मिक प्रगति को लाना है व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं दीर्घायुष्यं बलं सुखं आरोग्यं परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम् योगाचार्य श्री आदित्य नारायण को पैकोलिया थानाध्यक्ष दुर्गेश कुमार पाण्डेय व थाने के सभी उपनिरिक्षकों द्वारा अंगवस्त्र देकर संमानित किया गया

