कांग्रेस के 139वे स्थापना दिवस पर आयोजित हुई विचार गोष्ठी

बस्ती, 28 दिसम्बर। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस अपना 139 वां स्थापना दिवस मना रही है। इसी कड़ी में पार्टी दफ्तर पर पार्टी पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे वक्ताओं ने लम्बे राजनीतिक सफर में आये उतार चढ़ा और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। पूर्व विधायक अंबिका सिंह ने कहा कांग्रेस स्थापना से लेकर आज तक समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चली। वर्ग भेद कांग्रेस की सोच में नही था।
यही कारण था कि लम्बे समय तक कांग्रेस सत्ता में रही। लेकिन बाद में अवसरवादी, अलगाववादी और नफरत की राजनीति ने जातियों, धर्मो में समाज को बांटकर कांग्रेस को कमजोर कर दिया। पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र प्रताप नारायण ने कांग्रेस के साथ अपने अनुभवों को साझा किया और कहा देश के हालात बेहद अच्छे नहीं हैं, लोकतांत्रिक परंपरायें टूट रही हैं, एक बार फिर समाज के सभी वर्गों को साथ चलने की जरूरत है। पार्टी में आज भी लोकतंत्र जीवित है। प्रदेश सचिव देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा भाजपा के सत्ता में आने के बाद महगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार कई गुना बढ़े हैं। कांग्रेस ही इनसे राहत दिला सकती है।
जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ‘ज्ञानू’ ने कहा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का संघर्ष, त्याग और समर्पण राष्ट्र को स्वतंत्र कराने में बेहद महत्वपूर्ण रहा है। प्रवक्ता मो. रफीक खां ने कहा कांग्रेसजनों की एकजुटता और समर्पण से पार्टी पुनः सत्ता में वापसी कर सकती है। इसके लिये वैचारिक मतभेदों के बावजूद पार्टी हित में सभी को साथ चलना होगा। बाबूराम सिंह, नर्वदेश्वर शुक्ला, राकेश पाण्डेय, अवधेश सिंह, गिरजेश पाल आदि ने भी सम्बोधित किया।
स्थापना दिवस पर पार्टी दफ्तर पर आयोजित कार्यक्रम में महेन्द्र श्रीवास्तव, साधूसरन आर्या, देवी प्रसाद पाण्डेय, शौकत अली नन्हू, सूर्यमणि पाण्डेय, लालजीत पहलवान, शकुन्तला देवी, गुड्डू सोनकर, सुबाष चन्द्र, अजय प्रताप सिंह, संजीव त्रिपाठी, प्रताप नारायण मिश्र, रविन्द्र सिंह राजन, वीरेश कुमार सिंह, राजबहादुर निषाद, सीमा निषाद, अतीउल्लाह सिद्धीकी, अमित प्रताप सिंह, मो. अशरफ अली, शेर मोहम्मद, मेराज अहमद, घनश्याम शुक्ला, फिरोज खां, नफीस अहमद, सोमनाथ संत, मंजू पाण्डेय, रामानुज पाण्डेय, अलीम अख्तर, डीएन शास्त्री, लक्ष्मी यादव, रामबचन भारती, रामधीरज चौधरी, राजेन्द्र चौहान, मो. अकरम अंसारी, जितेन्द्र चौधरी, विजय श्रीवास्तव, शिवनरायन पाण्डेय, बृजेन्द्र प्रताप नारायण पाण्डेय, विश्वनाथ पाण्डेय, सर्वेश कुमार शुक्ल, सुनील पाण्डेय, साधू पाण्डेय, आनंद कुमार, मुनीश कुमार सिंह, हेमंत कुमार, बृजेश पाण्डेय आदि मौजूद रहे।

