Tuesday, July 15, 2025
जय हो जानता की

कंट्रोल सेंटर और हॉस्पिटल समन्वय बनाकर काम करे – स्वास्थ्य मंत्री

बस्ती :- (मार्तण्ड प्रभात) कोविड कमाण्ड एवं कंट्रोल सेण्टर जिला अस्पताल तथा कैली ओपेक अस्पताल से बेहतर समन्वय स्थापित कर कोविड संक्रमित लोगों को राहत पहुॅचाने का कार्य करें। उक्त निर्देश प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने दिये है। पुलिस लाईन सभागार में आयोजित बैठक में उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या कम हुयी है, स्वस्थ्य होने वाले लोगों की संख्या बढी है और इसी के साथ आक्सीजन, बेड, कन्संटेªटर, रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं अन्य जीवनरक्षक दवाओं आदि की सुविधा बढी है। उन्होने निर्देश दिया कि कैली ओपेक अस्पताल तथा जिला अस्पताल में एक प्रशासनिक अधिकारी तथा एक डाॅक्टर नोडल अधिकारी के रूप में नामित किए जाय, जो कोविड कमाण्ड सेण्टर से समन्वय स्थापित करते हुए मरीजो को भर्ती करा सकें।

उन्होने कहा कि कैली ओपेक अस्पताल तथा जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित, कोरोना संभावित, सभी प्रकार के मरीज तत्काल भर्ती किए जाय तथा उनका तत्काल इलाज शुरू किया जाय। इसमें किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेंगी। उन्होने निर्देश दिया कि कोरोना मरीज के आवागमन के लिए प्रयोग की जा रही सभी एंबुलेन्स में आक्सीजन सिलेण्डर पूरी तरह भरा होना चाहिए। वेन्टीलेटर, एक्सरे मशीन, अल्ट्रासाउण्ड मशीन ठीक हालत में रखे जाय।

उन्होने निर्देश दिया कि सीएमओ स्थानीय नर्सिंग होम एंव निजी चिकित्सालयों से वार्ता कर उन्हें खुलवाये ताकि कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों का समुचित इलाज कराया जा सकें। उन्होने निर्देश दिया कि कोविड का इलाज कर रहे प्राइवेट अस्पताल किसी मरीज से इलाज के पहले धन जमा नही करायेंगे तथा निर्धारित शुल्क से अधिक पैसा नही लेंगे। जिला प्रशासन द्वारा प्राईवेट एंबुलेन्स का रेट भी निर्धारित कर दिया गया है। इसकी शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन तत्काल कार्यवाही करें।

उन्होने निर्देश दिया है कि कोरोना से मृत व्यक्तियों का सम्मानपूर्वक अन्तिम संस्कार किया जाय। शव वाहन से उन्हें उनके स्थान तक छोड़ा जाय तथा प्रोटोकाल का पालन किया जाय। सुनिश्चित करे कि कोई भी शव नदी में प्रवाहित न किया जाय। ग्रामीण क्षेत्र में निराश्रित व्यक्तियों के दाहसंस्कार के लिए ग्राम पंचायत विभाग द्वारा 05 हजार रूपये की व्यवस्था की गयी है।

उन्होने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का प्रदेश के 23 जिलोें में टीकाकरण कराया जा रहा है जिसमें बस्ती भी शामिल है। आने वाले समय में टीके की कोई कमी नही होने दी जायेंगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसको खरीदने के लिए टेण्डर आमंत्रित किया है।

जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने बताया कि जिले में कुल 1144 कोरोना के सक्रिय केस है। कोरोना पाजिविटी रेट अधिकतम 10.61 रहा है, जो अब 4.62 हो गया है। होम आइसोलेशन में कुल 912 लोग है। जिले में ओपेक कैली अस्पताल, सेल्टर होम, जेल, कृष्णा मिशन हास्पिटल तथा एसआर हास्पिटल में मरीजो का इलाज किया जा रहा है। निगरानी समिति द्वारा घर-घर भ्रमण अभियान के दौरान 387738 घरों का विजिट किया गया, जिसमे 4440 लक्ष्णयुक्त व्यक्ति मिले तथा सभी का सैम्पलिंग कराया गया। 14570 परिवारों में दवा का किट वितरित किया गया।

बैठक में सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि सभी चार आक्सीजन प्लांट शीघ्रातिशीघ्र लगवाया जाय। गाॅव में सैनिटाइजेशन नियमित रूप से कराया जाय। बैठक में जिलाध्यक्ष महेश शुक्ला, विधायक दयाराम चैधरी, सीए चन्द्र प्रकाश, अजय सिंह, रवि सोनकर ने चिकित्सकीय सुविधा में सुधार के लिए आवश्यक सुझाव दिया। सीडीओ डाॅ0 राजेश कुमार प्रजापति ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव, सीएमओ डाॅ0 अनूप कुुमार, सीएमएस डाॅ0 आलोक वर्मा, डाॅ0 सोमेश श्रीवास्तव, डाॅ0 सुष्मा सिन्हा, डाॅ0 जीएम शुक्ला, यूनिसेफ के आलोक राय, यूएनडीपी के हरेन्द्र मिश्रा, रमंन मिश्र, विनय सिंह, उमेश उपस्थित रहें।

ओपेक कैली अस्पताल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने ऑक्सीजन सेंटर, कंट्रोल रूम, कोविड-19 वार्ड तथा अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि अस्पताल में मरीज भर्ती करने तथा उसके इलाज में विलकुल विलम्ब न किया जाय। ज्ञात हुआ है कि कैली अस्पताल पहुॅचने पर मरीज को भर्ती करने में काफी देर तक एंबुलेन्स मे या वाहन में बाहर रहना पड़ता है और आनलाइन प्रक्रिया पूरी होने तक उन्हें इंतजार करना पड़ता है। उन्होने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है और इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नही होनी चाहिए।

उन्होने निर्देश दिया कि होमआइसोलेशन में रह रहे लोगों को भी आवश्यकता पड़ने पर डाक्टर के सुझाव के अनुसार आक्सीजन उपलब्ध करायी जाय। वार्ड में सभी पैरामेडिकल स्टाफ पीपीई किट में ही जाएं। उन्होने निर्देश दिया कि सभी जिम्मेदार लोगों के फोन अवश्य अटेन्ड करे तथा उन्हें समुचित जवाब भी दे। अस्पताल में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के इलाज बारे में डाॅ0 जीएम शुक्ला ने आवश्यक जानकारी दिया। निरीक्षण के दौरान प्राचार्य डाॅ0 नवनीत कुमार, सीएमएस डॉ० सोमेश श्रीवास्तव, डॉ० जीएम शुक्ला, डॉ० अनिल यादव एवं अन्य डॉक्टर उपस्थित रहे।

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