महात्मा गाँधी और शास्त्री जी के जयंती अवसर पर डी0 आई0 एफ़0 ए0 में ज्ञान-विज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन

बस्ती- 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता मोहनदास करमचन्द गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर दारुल उलूम इस्लामियां फैजाने आलम (डी0 आई0 एफ़0 ए0) परसा दमया में विभिन्न कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
जिसमें गांधी और शास्त्री के जीवन व आदर्शो पे रोशनी डालते हुवे प्रिंसिपल उस्ताद एजाज़ आलम खान क़ादरी ने सभी विद्यार्थियों को बताया कि महात्मा गांधी ने कहा हैं कि “धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है” और शास्त्री जी ने कहा कि “देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने के बजाए गरीबी, बिमारी और अज्ञानता से लड़ना होगा।”
उस्ताद एजाज़ ने बताया कि गाँधी जी के कथन में धैर्य यानी सब्र/ चित्त की दृढ़ता बहूत बड़ा ज्ञान हैं और जिसने सब्र किया उसे ही असल कामयाबी मिलेगी और शास्त्री जी के कथन में मुख्य बताया गया कि हमे हमेशा एकता के साथ रहना चाहिए और अज्ञानता को दूर करके गरीब, बीमार लोगो की मदद व सेवा करना चाहिए। इसी के साथ साथ प्रिंसिपल ने सभी विद्यार्थियों को ज्ञान-विज्ञान प्रतियोगिता पर दिशा-निर्देश देते हुवे इस प्रतियोगिता का आरंभ सुनिश्चित किया जाएगा।
जिसमे विज्ञान के अध्यापक फर्रुख इस्लाम को इस प्रतियोगिता का मुख्य जिम्मेदारी सौंपी। श्री इस्लाम ने प्रतियोगिता में शामिल सभी विद्यार्थियों को शरीर के मुख्य तंत्र जैसे कंकाल तंत्र, पेशी तंत्र, तंत्रिका तंत्र, श्वसन तंत्र, पाचन तंत्र, परिसंचरण तंत्र, उत्सर्जन तंत्र व जनन तंत्र आदि के बारे में किस तरह से प्रतियोगिता में बेहतर से बेहतर कार्य करने का तरीका बताया और समझाया।
कार्यक्रम में मुख्य तौर से हाफिज नूर मोहम्मद, सा0 अध्यापक रिज़वान खान, मकसूद अहमद खान, मजीबुल्लाह आदि शामिल रहे।

