आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में आयुर्वेदिक चिकित्सालय के क्लर्क के विरुद्ध मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में आयुर्वेदिक चिकित्सालय के क्लर्क के विरुद्ध मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
कैसे कमाऊ पोस्ट बना लिपिक का पद
– लिपिक पर नौकरी लगवाने के नाम पर दर्जनों लोगों से ठगी करने का आरोप
बस्ती।(मार्तण्ड प्रभात) । सरकार जहा अवैध संपत्तियों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही कर रही है वही दूसरी तरफ कुछ सरकारी कर्मचारी ही अवैध संपत्तियों का पहाड़ खड़ा करने में व्यस्त है। अपने रसूख एवं विभिन्न गतिविधियों और पद के दुरुपयोग के बल पर करोडो की अचल सम्पत्ति अर्जित करने वाले जिल के राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय बस्ती के लिपिक सुनील कुमार पाण्डेय के विरुद्ध जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने मंगलवार को वेद प्रकाश मिश्र की शिकायत पर मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए ।
जानकारी के मुताबिक जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मरवटिया पाण्डेय हाल मुकाम गौरा निवासी सुनील कुमार पाण्डेय जो राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय बस्ती मे पिछले कई वर्षों से लिपिक के पद पर तैनात हैं। बताया जाता है कि पिछले कुछ वर्षों मे कथित आपराधिक गतिविधियों मे संलिप्त रहकर कई अचल सम्पत्ति बनाये।
जिस लिपिक का वेतन 35 से 40 हजार प्रतिमाह हो फिर किन स्रोतों से करोडों की सम्पत्ति बनाने मे सफल रहा। इतनी बडी रकम इस मामूली से लिपिक के पास कहां से कैसे आई ये जांच का विषय है।
इस सम्बन्ध मे कप्तानगंज थाना निवासी वेद प्रकाश मिश्र ने उच्चाधिकारियों को साक्ष्य के साथ शिकायती प्रार्थना पत्र देकर कर लिपिक सुनील कुमार पाण्डेय के विरूद्व जांच कराकर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की थी।
नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख की ठगी, एसपी से लगाया न्याय की गुहार
शिकायत कर्ता वेद प्रकाश मिश्र ने अपने पत्र में आय से अधिक सम्पत्ति उल्लेख किया है लिपिक सुनील कुमार पाण्डेय ने बस्ती शहर के कटरा मुहल्ले मे 3 बिस्वा कामर्शियल जमीन व दो मंजिला मकान जिसकी आज की कीमत एक करोड साठ लाख रूपये है दूसरी अचल सम्पत्ति गौरा कप्तानगंज मे स्थित मकान जिसकी कीमत एक करोड पचास लाख के करीब है। तीसरी अचल सम्पत्ति ग्राम रमदेईया तहसील हरैया मे नेशनल हाईवे पर स्थित प्लाट जिसकी कीमत करीब एक करोड रूपये बतायी जाती है। चौथी अचल सम्पत्ति ग्राम मेढौवा, गढहा गौतम तथा मरवटिया पाण्डेय मे कई बीधे खेत दो नम्बर से अर्जित किया जाना बताया जाता है। इसके अलावा अनेकों चल अचल सम्पत्ति बनाया गया है।
नौकरी के नाम पर ठगी करने वालो पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज
शिकायतकर्ता वेद प्रकाश का आरोप है कि सुनील कुमार पाण्डेय नौकरी करने के साथ ही दर्जनों लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर करोडों की ठगी की है। जिसके बल पर अकूत सम्पत्ति बनाई गयी है। यदि प्रकरण की निश्पक्ष जांच करायी जाये तो निश्चित ही चौकाने वाले तथ्य सामने आयेंगे।

