Saturday, August 16, 2025
क्राइमबस्ती

5000 हजार रुपए होते तो बच जाता आदर्श,नहीं जुट 5 हजार तो पीटपीट कर मार डाला

5000 हजार रुपए होते तो बच जाता आदर्श,नहीं जुट 5 हजार तो पीटपीट कर मार डाला

बस्ती। 25 25 मार्च को पूरे देश में भाजपा सरकार और भाजपा पार्टी में 8 वर्ष सुशासन के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में 25 तारीख को बस्ती में प्रभारी मंत्री आशीष पटेल ने सुशासन मेले का शुभारंभ किया। 25 से 27 तक चलने वाला सरकारी जश्न अभी शुरू ही हुआ था की बस्ती में सुशासन दिवस में रंग में भग डालने का काम दुबौलिया पुलिस में कर डाला।

बस्ती जनपद के हरैया तहसील स्थित दुबौलिया थाना के उभई गांव के एक 17 वर्षीय नाबालिक युवक को पुलिस 24 तारीख को ही थाने उठा लाई जिसे 25 के शाम को छोड़ गया।सूत्रों की माने तो थाना से फोन गया कि बच्चे को ले जाओ।जब सभी बच्चे को लेकर ऑटो से जा रहे थे तभी उसने खून की उल्टी शुरू कर दी। उसे सीएचसी हार्रेया में दिखाया गया जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

युवक के मृत होते ही क्षेत्र तनाव फैल गया। परिजनों ने आरोपी सिपाहियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग करने लगे और जब तक कार्यवाही ना हो पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया। मौके पर पहुंचे भाजपा नेता और समाजसेवी चंद्रमणि पांडे और उर्फ सुदामा का पुलिस अधिकारियों से बहुत देर तक बहस होने के बाद दो पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया ।

आपको बता दे कि मामला सुरती से शुरू हुआ था मीडिया रिपोर्ट की माने तो सुरती को लेकर गांव के ही एक व्यक्ति से युवक की बहस हुई इसके बाद दूसरे व्यक्ति ने पुलिस बुला ली। दो पुलिस वाले शादी वर्दी में आए और युवक को अपने साथ ले गए । पीड़ित की मां की माने तो छोड़ने के बदले 5 हजार मांगा गया था इंतजाम नहीं हो पाया।