Monday, August 18, 2025
बस्ती

जेल कर्मियों ने जेलर पर छुट्टी न देने और उत्पीड़न का लगाया आरोप

बस्ती। जनपद में जिला जेल के जेलर पर जेल के कर्मचारियों ने छुट्टी न देने और अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डीएम को ज्ञापन सौंपा। उनसे जेलर के द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न पर रोक लगाए जाने की मांग किया।

बस्ती जेल के कारापाल के खिलाफ की गई शिकायत में जेल कर्मियों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें छुट्टी नही दी जाती, कुछ चुनिंदा जेल कर्मचारियों को अपने निजी कार्यों में व्यस्त रखा जाता है, उन्हें छुट्टी भी दे दी जाती है, जबकि अन्य जेल कर्मचारियों के द्वारा छुट्टी मांगे जाने पर उनके द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए भगा दिया जाता है।

छुट्टी मांगने पर कभी प्रभारी जेल अधीक्षक एडीएम से छुट्टी लेने की बात कही जाती हैं तो कभी नौकरी छोड़ देने की बात कहते हैं। निलंबन और इंकार आदेश का हवाला देकर डराया धमकाया जाता है। जेल कर्मियों ने उन पर मानसिक रूप से उत्पीड़ित किए जाने का भी आरोप लगाया है। जेल कर्मियों का कहना है कि किसी जेल कर्मी के परिवार में किसी की मृत्यु हो जाने के बाद भी उसको छुट्टी नहीं दी जाती है।

जेलर की पत्नी के कहने पर मिलती है छुट्‌टी

कहीं कर्मियों की शादी तय होने के बाद भी उनको छुट्टी नहीं दी जाती है। जेल कर्मियों ने आरोप लगाया है कि जेलर की पत्नी की खुशामद न करने पर भी उनको मानसिक रूप से उत्पीड़ित किया जाता है। आरोप लगाया है कि छुट्टी की संस्तुति तभी की जाती है जब उनकी पत्नी कहती हैं। डीएम प्रियंका निरंजन ने कहा कि शिकायती पत्र मिला है, जांच कराकर इस पर उचित कार्यवाही कराई जाएगी।

वही इस विषय पर जेलर एच सी त्रिपाठी ने मीडिया को बताया की यह गंभीर अनुशानहीनता का मामला है । इन में से कुछ लोग पहले भी कई बार अनुशानहीनत कर चुके है। काम नही करना चाहते । जेल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किसी को मनमर्जी छुट्टी नहीं मिल सकती । सुरक्षा को ध्यान में रख कर आवश्यकता अनुसार छुट्टी दी जा जाती है। इनको शिकायत करनी थी तो जेल के अंदर करनी चाहिए थी । जेल की सुरक्षा से खिलवाड़ कर किसी को छुट्टी नहीं दी जा सकती। हमारे पास पहले से सुरक्षााकर्मyi की

कमी है।