सम्मानित किये गये योगदान करने वाले पदाधिकारी एकजुटता से मिलेगी मजबूती- राम प्रसाद चौधरी

कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन, सम्मेलन में ई.के.के. चौधरी राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित
दो दिनों तक हुआ व्यापक विमर्श, मंथन, दिया एकजुटता का संदेश
सम्मानित किये गये योगदान करने वाले पदाधिकारी
एकजुटता से मिलेगी मजबूती- राम प्रसाद चौधरी
बस्ती । भारतीय कुर्मी महासभा का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन एवं सम्मेलन सरदार पटेल स्मारक संस्थान ‘ कुर्मी बोर्डिंग’ में संकल्पों के साथ सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में कुर्मी समाज के राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक अधिकारों पर देश के विभिन्न हिस्सो से आये विद्वानों ने परस्पर एकजुटता, सहयोग पर जोर दिया। सम्मेलन के अंत में राष्ट्रीय अध्यक्ष ई. राम अधार चौधरी, पूर्व विधायक जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी, शिवसरन चौधरी के आकस्मिक निधन पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। सर्वसम्मत से ई. के.के. चौधरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया। अतिथियों की उपस्थिति में पटेल परिचायिका का विमोचन किया गया।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद चौधरी ने कुर्मी समाज के इतिहास, जीवन संघर्ष, सामाजिक, राजनीतिक स्थिति पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि मेहनतकश समाज के लोग विशेषकर युवा पीढी विभिन्न क्षेत्रों में सृजनात्मक कार्य में लगी है। विभिन्न मोर्चो पर कार्य किया जाना आवश्यक है।
राष्ट्रीय अधिवेशन एवं सम्मेलन को जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, जे.के. थेसिया, विधायक विपिन कुमार लोधी, बौद्ध अरविन्द सिंह पटेल, डा. जसवीर सिंह गुर्जर, युद्धवीर सिंह, विधायक राजेन्द्र प्रसाद, डा. परशुराम पटेल, भगवान चौधरी, पूर्व विधायक रामललित चौधरी, डा. दशरथ चौधरी, अंजुला बेन, हेमलता चौधरी, दिव्या पटेल, वृजलाल लोधी, उत्तम चन्द्र लोधी, ई. उमाशंकर चौधरी, हीरालाल पटेल, रामनरेश चौधरी, उमेश चन्द्र पटेल, समर बहादुर पटेल, डा. आर.एन. वर्मा, प्रोफेसर एस.डी. वर्मा सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आये पदाधिकारियों, विद्वानों ने कुर्मी समाज के वर्तमान दिशा और भविष्य की दृष्टि पर प्रकाश डाला। प्रदेश अध्यक्ष डा. हरिश्चन्द्र पटेल ने कहा कि बस्ती की धरती पर दो दिनों तक जो वैचारिक मंथन हुआ है उसके परिणाम शीघ्र ही सामने आयेंगे।
भारतीय कुर्मी महासभा के जिलाध्यक्ष डा. वी.के. वर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के आकस्मिक निधन के बाद अधिवेशन और सम्मेलन पर संकट के बादल थे किन्तु सबके सुझाव और प्रयास से अधिवेशन ऐतिहासिक रहा और इसकी गूंज देश के हर कोने तक जायेगी। इस अवसर पर महासभा की ओर से अनेक विशिष्टजनों को उनके योगदान के लिये सम्मानित किया गया।
सम्मेलन में आर.के. सिंह पटेल, रघुनाथ पटेल, डा. आलोक रंजन, गिरजेश पटेल, आर.डी. चौधरी, वृजेश पटेल, ई. भगवान चौधरी, अंशु सिंह पटेल, गौरव सिंह पटेल, श्रीमती अंजुला पटेल, डा. कृष्णभान सिंह, छेदी सिंह पटेल, मानिक सिंह पटेल, रामरक्षा चौधरी, देवानन्द, राजेश चौधरी ओम प्रकाश चौधरी, डा. हनुमान प्रसाद चौधरी, शीतला पटेल, बद्री प्रसाद चौधरी, मस्तराम वर्मा, अरविन्द चौधरी, के.सी. चौधरी, बाबूराम वर्मा, अजय चौधरी, भारत सिंह पटेल, प्रेमचन्द्र चौधरी ‘पोरस’, बृजलाल लोधी, राजेश्वरी वर्मा, रेखा वर्मा, लक्ष्मी वर्मा, दीवानचन्द पटेल, सुरेन्द्र चौधरी, बब्लू चौधरी, सुनील चौधरी, रामनरेश चौधरी, अशोक कुमार वर्मा, सुखराम पटेल, विद्या सागर चौधरी, डा. श्याम नरायन, कृष्णनाथ चौधरी, रक्षाराम चौधरी, रजनीश पटेल, कृष्ण कुमार, समर बहादुर पटेल, अशोक वर्मा, मायाराम चौधरी के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों से आये अनेक पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने हजारों की संख्या में हिस्सा लिया।

