कायस्थ वाहिनी के स्वास्थ्य शिविर में 150 से ज्यादा मरीजों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण

कायस्थ वाहिनी के स्वास्थ्य शिविर में 150 से ज्यादा मरीजों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण
युवाओं को भी चपेट में ले सकता है हृदय रोग, नियमित करायें जांच- डा. पंकज
कायस्थ वाहिनी के निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 160 मरीज हुये लाभान्वित
बस्ती, 12 अक्टूबर(मार्तण्ड प्रभात)। कायस्थ वाहिनी अन्तर्राष्ट्रीय एवं हिन्द हार्ट इन्स्टीट्यूट ऑ मेडिकल साइंसेज लखनऊ की ओर से ब्लाक रोड स्थित नीलकंठ अस्पताल में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण व परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। इसमे 160 से ज्यादा मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हे परामर्श व जरूरतमंदों को दवाइयां भी दी गईं। वाहिनी प्रमुख पंकज भइया ने कहा वाहिनी समाज सेवा के उच्च मानदंडों पर कार्य कर रही है।
भगवान श्री चित्रगुप्त को सर्वसमाज में स्थापित करवाने की दिशा में अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। फ्री मेडिकल कैंप भी उसका हिस्सा है। उन्होने कहा कायस्थ समाज का नेतृत्व करने वाला कायस्थ कभी पिछलग्गू नही रहा। अब समय आ गया कि राजनीति के साथ साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़कर अपना अधिकार छीन ले और फिर से पुरानी प्रतिष्ठा वापस मिले।
प्रख्यात सर्जन डा. पंकज कुमार श्रीवास्तव ने कहा की हार्ट की बीमारी के लिये अब उम्र की कोई सीमा नही रही। यह हर उम्र के लोगों को चपेट में ले रही है। हमे अपने स्वास्थ्य खासतौर से हार्ट की नियमित जांच करानी चाहिये जिससे बीमारी बड़ी होने के पहले उससे बचाव किया जा सके।
उन्होने लोगों से खानपान पर विशेष ध्यान देने और नियमित योगा करने की सलाह दिया। मेडिकल कैंप के संयोजक डा. आरसी श्रीवासतव ने कहा मेडिकल कैंप की सफलता से हम सभी उत्साहित हैं। आगामी दिनों में अस्पताल चिकित्सकों व सामाजिक संगठनों के सहयोग से ऐसे शिविर का आयोजन करता रहेगा।
डा. वीएस श्रीवास्तव सर्जन, डा. राहुल वर्मा फिजीशियन, डा. स्नेहा चोरसिया ने योगदान दिया। शिविर का उद्घाटन नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा व सदर विधायक प्रतिनिधि शैलेन्द्र दूबे ने किया।
मनमोहन श्रीवास्तव काजू, सर्वेश श्रीवास्तव, पंकज सिन्हा, सुबाष श्रीवासतव, कमलेश श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, रनधीर सिंह, रणधीर सिंह, अजय चन्द्रा, रत्नेश श्रीवास्तव, प्रमोद श्रीवास्तव, रमेश श्रीवास्तव, कुलदीप श्रीवास्तव, सुमित श्रीवास्तव, श्रीयांश श्रीवासतव, अखिलेश श्रीवास्तव आदि कर उपस्थिति रही।

