पल्टूराम के मौत मामले में ओमवीर हास्पिटल का लाइसेंस निरस्त

पल्टूराम के मौत मामले में ओमवीर हास्पिटल का लाइसेंस निरस्त
डा. नवीन कुमार चौधरी की होगी जांच
पल्टूराम के बेटे का आरोपः डाक्टर को बचा रहे हैं सी.एम.ओ.
बस्ती। मुख्य चिकित्साधिकारी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर ओमवीर हास्पिटल के लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है और महामाया राजकीय मेडिकल कालेज अम्बेडकरनगर में सह आचार्य पद पर कार्यरत डा. नवीन कुमार चौधरी की पृथक जांच के लिये मेडिकल कालेज को सूचित किया जायेगा।
यह जांच मरहा निवासी पल्टूराम का आपरेशन के दौरान मृत्यु के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच समिति ने किया। पल्टूराम के पुत्र वीरेन्द्र प्रताप ने अपने पिता के मौत मामले में लापरवाही का आरोप लगाते हुये कहा था कि डा. नवीन कुमार चौधरी ने आपरेशन में लापरवाही बरती जिससे उनके पिता की मौत हो गई।
जबकि सीएमओ द्वारा जिलाधिकारी और मण्डलायुक्त को प्रेषित जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि आपरेशन डा. नवीन कुमार मौर्या ने डा. नवीन कुमार चौधरी की देख रेख और डा. सुरभि की उपस्थिति में पल्टूराम की शल्य चिकित्सा की गई और इसमें कोई लापरवाही नहीं बरती गई।
प्रेस को यह जानकारी देते हुये पल्टूराम के पुत्र वीरेन्द्र प्रताप ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अर्चना चौधरी और डा. नवीन कुमार को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। डा. अर्चना चौधरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मरवटिया में चिकित्सा परामर्शी के रूप में संविदा के पद पर कार्यरत है और डा. नवीन कुमार चौधरी महामाया राजकीय मेडिकल कालेज अम्बेडकरनगर में सह आचार्य पद पर कार्यरत है।
पल्टूराम के पुत्र वीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि जिस समय उनके पिता का आपरेशन डा. नवीन कुमार चौधरी ने किया उस समय डा. नवीन कुमार मौर्या थे ही नहीं, जांच समिति की रिपोर्ट में अचानक डा. नवीन कुमार मौर्या कहां से आ गये। जांच समिति की रिपोर्ट को आधा अधूरा बताते हुये पल्टूराम के पुत्र वीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अर्चना चौधरी और डा. नवीन कुमार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
यदि पुनः जांच कराकर निष्पक्ष रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही न की गई तो वे अपने मृतक पिता को न्याय दिलाने के लिये सक्षम न्यायालय में जाने को बाध्य होंगे और मुख्य चिकित्साधिकारी को भी पक्षकार बनाया जायेगा।

