पंचायत सहायक को वेतन मांगना पड़ा भारी, प्रधान पर जबरदस्ती नौकरी से निकलने का आरोप

पंचायत सहायक को वेतन मांगना पड़ा भारी, प्रधान पर जबरदस्ती नौकरी से निकलने का आप
बस्ती (संवाददाता)। बस्ती के बनकटी विकासखंड के ग्राम पंचायत हल्लौर नगरा में पंचायत सहायक के पद पर कार्य करने वाली मनीषा ने बस्ती जिला अधिकारी को शिकायत पत्र देकर प्रधान द्वारा मनमानी ढंग से नौकरी से हटा देने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
पंचायत सहायक यूनियन के बैनर तले पंचायत सहायक यूनियन सचिव मोनू भारती के साथ तमाम पंचायत सहायको के साथ जिलाधिकारी को शिकायत सौंपी गई।
मनीषा का कहना है कि 2021 में आरक्षण और मेरिट के आधार पर उनका चयन हुआ था। जिला प्रशासन ने इसे मंजूरी भी दी थी। प्रशिक्षण के बाद वह नियमित रूप से काम कर रही थीं और पोर्टल पर उपस्थिति भी दर्ज करा रही थीं।
मनीषा ने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति की महिला होने के कारण उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। ग्राम पंचायत के प्रभावशाली लोगों के दबाव में उनका मानदेय रोका गया। उन्हें कार्यालय की चाबी भी नहीं दी गई। पिछले 6 महीने से उनका वेतन बकाया है।
जब उन्होंने बकाया वेतन की मांग की, तो उनके खिलाफ फर्जी नोटिस जारी कर दिया गया। मनीषा का कहना है कि उन्होंने समय पर नोटिस का जवाब दिया। इसके बावजूद पंचायत सचिव और प्रधान ने फर्जी तरीके से बैठक कर 31 जुलाई 2025 को उनका अनुबंध समाप्त करने का आदेश दे दिया। मनीषा ने डीएम से मामले की जांच कराने और उन्हें दोबारा नौकरी पर बहाल करने की मांग की है।
इस मौके पर रामराज कुमार, पूनम चौहान, मनु, राधा, ज्योति चौधरी, पूजा श्रीवास्तव और सुशील कुमार भी मौजूद थे।

