Saturday, October 25, 2025
बस्ती

सज गए घाट शनिवार नहाए खाए से होगी छठ पूजा की शुरुआत, डॉक्टर वी के वर्मा ने किया खोया पाया कैंप का उद्घाटन

खोया पाया कैंप छठ पर्व

सज गए घाट शनिवार नहाए खाए से होगी छठ पूजा की शुरुआत

आस्था से हारी महंगाई,आसमान छू रहे दाम

भीड़ को देखते हुए लगेगा खोयापाया कैंप

बस्ती।(मार्तण्ड प्रभात )। छठपर्व की शुरुआत शनिवार को नहाए खाए के साथ हो रही है। रविवार को खारना के व्रत से व्रत शुरू होगा। बस्ती में कुआनो नदी के घाटों से लेकर गांव गढ़ी के पोखरा तालाब तक में छठ की तैयारी शुरू हो चुकी है। हर तरफ सफाई की जा चुकी है। अमहट घाट पर नगर पालिका ने साफ सफाई का जिम्मा सम्हाल है । लोगों ने बहुत पहले से अपने लिए ईट रख पूजा स्थल पर चौक बनाकर स्थान आरक्षित कर लिया गया है।खोया पाया कैंप छठ पर्व

जायजा लेते एसडीएम बस्ती सदर शत्रुघ्न पाठक
तैयारियों का जायजा लेते अधिकारी

प्रशासनिक अधिकारी sdm सदर बस्ती लगातार भ्रमण कर तैयारियों का जायजा लेते नजर आए।

बस्ती में अमहट घाट,पुरानी बस्ती में निर्मली कुंड, नगर पंचायत नगर में दुर्गा माता मंदिर सरोवर पर,बनकटी नगर पंचायत,गयाघाट सहित तमाम स्थानों पर छठ पूजा की तैयारी प्रशासन द्वारा की गई है।

छठ की महिमा

छठ पर्व भगवान सूर्य और पष्ठी माता को समर्पित है जो कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और छठ मैया की पूजा की जाती है। छठ मैया के बारे में कथा है कि यह ब्रह्माजी की मानस पुत्री हैं और सूर्यदेव की बहन हैं।

शास्त्रों में छठ मैया को संतान की रक्षा करने वाली और संतान सुख देने वाली देवी के रूप में बताया गया है, जबकि सूर्यदेव अन्न और संपन्नता के देवता हैं। मूलतः बिहार का पर्व माना जाने वाला यह पर्व अब राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय हो चुका है

कब है छठ पूजा का मुहूर्त

27 अक्तूबर को सूर्योदय का समय छठ पूजा के दिन प्रातः काल 6:13 बजे रहेगा। 27 अक्तूबर को सूर्यास्त का समय छठ पूजा के दिन सायंकाल 05:27 बजे रहेगा। 28 अक्तूबर को सूर्योदय का समय प्रातःकाल 6:13 बजे रहेगा।

क्यों और कैसे रखा जाता है व्रत

यह व्रत परिवार की सुख-समृद्धि, संतान की कामना, संतान की दीर्घायु और रोगमुक्त जीवन के लिए किया जाता है। छठ पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में ठेकुआ, मालपुआ, चावल के लड्डू, फलों और नारियल का इस्तेमाल किया जाता है। यह प्रसाद शुद्ध सामग्री से बनाए जाते हैं और सूर्य देवता को अर्पित किए जाते हैं।

श्रद्धालुओं के सहयोग के लिए लगेगा खोया पाया कैंप – जय प्रकाश गोस्वामी

पिछले 34 साल से विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में खोया-पाया कैंप के माध्यम से जनता की सेवा करने वाले जय प्रकाश गोस्वामी ने छठ पर्व पर भरी भीड़ को देखते हुए अमहट घाट पर खोया-पाया कैंप लगाने का निर्णय लिया है।

कैंप का उद्घाटन शनिवार को दोपहर सम्मानित नागरिकों की उपस्थिति में वरिष्ठ आयुष चिकित्साधिकारी डॉक्टर वी के वर्मा ने किया । 

जयप्रकाश गोस्वामी ने बताया कि अमहट घाट पर श्रद्धालुओ की भारी भीड़ होती है जिसमें लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जिसको देखते हुए अब अमहट पर खोया-पाया कैंप लगाया जाएगा। कैंप का उद्घाटन वरिष्ठ आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ बी के वर्मा ने किया है। 

डॉक्टर वी के वर्मा ने जय प्रकाश गोस्वामी को शुभकामना देते हुए उनके इस कार्य की सराहना की। वहीं जनता को उन्होंने छठ पर्व की बधाई देते हुए कहा कि छठ आस्था का पर्व है। जो भगवान सूर्य को समर्पित है। उन्होंने लोगो के स्वस्थ और निरोगी होने की कामना की।

 

बाजारों में दिखी रौनक आसमान छू रहे दाम श्रद्धालुओं पर बे असर

दीपावली के बाद से ही शहर के बाजारों में अब छठ के सामग्रीयो से दुकानें सज गई है । बांस की बस्तुएं सूप और दउरा (टोकरी) की बिक्री में 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी जा रही है। सामानों की कीमत आसमान छू रहा है लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था पर कोई असर नहीं पड़ा है।

मिट्टी के दीए, कलश, पैला और खिलौनों की भी अच्छी बिक्री हो रही है। छठ पूजा में फलों का विशेष महत्व होता है। सभी प्रकार के फलों को जो भी मिल सके पूजा में शामिल किया जाता है। चढ़ाए जाने बाले मौसमी फल और सब्जियों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगी है।

कद्दू, इमली, अरबी, केला, नारियल, सिंघाड़ा, सेब, हल्दी, अदरक, मूली और गन्ना (ईख),अनानास, और अन्य दुर्लभ फलों की भरपुर मांग है। घाट नेताओं के पोस्टरों से पट गए है।