Sunday, August 17, 2025
क्राइम

पहुंच,पावर और रंगीन मिजाजी की पूरी कहानी

बस्ती :- ( मार्तण्ड प्रभात संवाददाता) बस्ती में बॉलीवुड का हिट फार्मूला दोहरा दिया दरोगा ने।स्थानीय प्रशासन से निराश पीड़िता के महिला आयोग पहुंची । आयोग द्वारा निर्देश मिलने के बाद बस्ती पहुंचे एडीजी लॉ के निर्देश पर कप्तान ने दरोगा ,एक एस एआई के साथ कोतवाल को निलंबित कर दिया और कुछ ही देर बाद कप्तान को भी जिले से हटा कर मुख्यालय सम्बद्ध कर दिया गया।

 

क्या था पूरा मामला

कहानी की शुरुआत बिल्कुल फिल्मी अंदाज में हुई। पूरे देश मे लॉकडाउन लगा हुआ था। मास्क चेकिंग जोरो पर थी । सोनू पार पुलिस चौकी पर चेकिंग लगी हुई थी उसी समय पोखरभितवा की एक लड़की चौकी सर गुजरी ।मौके पर दरोगा दीपक सिंह ने लड़की को रोक लिया और काफी मानमनौवल के बाद मोबाइल नंबर लेकर उसे जाने दिया। यही से शुरू हुआ उस लड़की और उसके परिवार का बुरा दिन।

इसके बाद दरोगा लड़की को फोन करने लगे ,अश्लील बातो का दौर शुरू होगया , और मिलने को बुलाने लगे ,मना करने पर धमकी देना शुरू कर दिया। दरोगा ने अब व्हाट्सएप शायरी भेजना शुरू किया। लड़की के बार-बार इनकार से भी दरोगा नहीं माना। अजीज आकर लड़की ने दरोगा का नंबर ब्लॉक कर दिया।

अब दरोगा जी का गुस्सा सातवें आसमान पर था अब नंबर बदल के फोन का सिलसिला शुरू हुआ। अंत में परेशान हो कर लड़की ने कोतवाली में शिकायत की लेकिन उस वापस चौकी पर भेज दिया गया। फिर धमकी दी गई। अंत में जब किसी तरह से दरोगा की चल नहीं चली। कप्तान से भी शिकायत की क्योंकि मामला मीडिया में आ गया था शिकायत पर एएसपी ने जांच शुरू की तो सारे मामले में दरोगा को क्लीन चिट दे दी गई। लेकिन अनुशासन हीनता में दरोगा को लाइन हाजिर करके मामले को रफा दफा कर कुशीनगर एयरपोर्ट पर पोस्ट कर दििया गया। 

उक्त दरोगा का भाई भी बस्ती में ही था उसका भी ट्रांसफर कर दिया गया। इसी क्रम में मामले को दबाने के लिए  मुकदमों का दौर शुरू हुआ और एक एक कर लड़की के परिवार पर सभी सदस्यों पर 8 मुकदमे दर्ज कर दिए गए।

कोई सहायता ना मिलता देख लड़की ने महिला आयोग का रुख किया और मुख्मंत्री से मुलाकात कर मामले से अवगत कराया था जहां उसकी सुनवाई हो गई। राज्य महिला आयोग के निर्देश पर प्रशासन ने एडीजी लॉ अखिल कुमार को मामले में जांच का आदेश दिया ।

आज शनिवार को एडीजी पूरे दल बल के साथ सुबह ही बस्ती पहुंच गए जहां उन्होंने पीड़िता के गांव पहुंच कर उसके घर वालो और गांव वालो का बयान लिया । और मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपी दरोगा दीपक सिंह, शह देने वाले कोतवाल रामपाल यादव,एक सब इंस्पक्टर दुर्ग विजय सिंह , को कप्तान ने एडीजी के निर्देश पर निलंबित कर दिया ।  इसी समय कुछ देर बाद ही सूत्रों से पता चला कि कप्तान को बस्ती से हटा कर मुख्यालय लखनऊ सम्बद्ध कर दिया गया।

अब पीड़िता का आरोप है कि दरोगा की मिली भगत से उनके और परिवार के ऊपर 8 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसकी वजह से उनका पूरा परिवार तबाह हो गया है, वहीं पुलिस का कहना है कि मुकदमें ज़मीनी विवाद में दर्ज हुए हैं, जो कि गांव के लोगों ने ही दर्ज कराए हैं।  अब इस प्रकरण की जांच शासन के निर्देश पर उच्च स्तरीय अधिकारियों की टीम कर रही है।