दशहरा में सड़क पर नहीं होगी मुर्तिस्थ्पना – जिलाधिकारी
बस्ती :- दुर्गा पूजा के दौरान चैराहों तथा सड़कों पर कोई मूर्ति नहीं रखी जाएगी। इस दौरान प्रत्येक आयोजन के लिए संबंधित एसडीएम से अनुमति लेनी होगी। पुलिस लाइन सभागार में आयोजित जिला शांति समिति की बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने उपरोक्त बाते कही। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का खतरा अभी भी बरकरार है। हमें अपने परिवार एवं समाज को इस वायरस से बचाना है। इसलिए परम्परागत ढंग से मूर्ति की स्थापना जुलूस एवं विसर्जन की व्यवस्था में बदलाव किया गया है।
उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त किया कि बदली हुई परिस्थिति में सहयोग करने के लिए सभी दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारी सहमत हैं। प्रशासन उनके धार्मिक आयोजन में किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करेगा और पूरी तरह सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर दी गई किसी भी सूचना के बारे में पहले संबंधित एसडीएम, सीओ या थाना प्रभारी से असलियत जान लें। किसी प्रकार के भ्रम में न आए।
उन्होंने बताया कि शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर को शुरू हो रहा है। इस दौरान महाअष्टमी 23 अक्टूबर, महानवमी 24 अक्टूबर,, विजयादशमी एवं दशहरा 25 अक्टूबर, वारावफात 30 अक्टूबर, वाल्मीकि जयंती 31 अक्टूबर, धनतेरस 12 नवंबर, छोटी दीपावली 13 नवंबर, बड़ी दीपावली 14 नवंबर, गोवर्धन पूजा 15 नवंबर, भैया दूज 16 नवंबर, तथा छठ पूजा 20 नवंबर को मनाया जाएगा। जिलाधिकारी ने सभी आयोजकों से अपील किया है कि प्रत्येक आयोजन स्थल पर पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाया जाए
भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश शासन द्वारा त्योहारों के दौरान कोविड-19 महामारी के बचाव एवं रोकथाम के बारे में जारी की गई गाइडलाइन से अवगत कराते हुए, उन्होंने कहा कि प्रत्येक आयोजन समिति अपने सदस्यों एवं पदाधिकारियों के नाम पते एवं मोबाइल नंबर सहित सूचना संबंधित थाने में जमा करेंगे। यहां तक की मूर्ति विसर्जन के समय उपस्थित रहने वाले समिति के सदस्यों की जानकारी भी देंगे। आयोजन स्थल पर अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर रखेंगे, सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए कार्यकर्ता सक्रिय रहेंगे। प्रांगण में साफ-सफाई तथा डस्टबिन की व्यवस्था रखें ताकि मास्क, कूड़ा- करकट आदि डालने की व्यवस्था रहे।
उन्होंने कहा कि मूर्ति विसर्जन के लिए किसी प्रकार का जूलूस नहीं निकाला जाएगा। छोटे वाहन पर मूर्ति ले जाकर निर्धारित स्थल पर विसर्जन करना होगा। त्योहारों के दौरान प्रत्येक आयोजनों की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने कहा कि मूर्ति स्थापना घर आंगन में की जा सकती है। कहीं भी सड़क गली चैराहे पर मूर्ति स्थापित नहीं की जाएगी। जिससे कि आवागमन का मार्ग बंद हो। अभी भी 173 कंटेनमेंट जोन सक्रिय हैं। यहां पर किसी प्रकार की गतिविधि की अनुमति नहीं दी जाएगी। आयोजक कोविड-19 को गंभीरता से लें। कार्यक्रम में 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं तथा 10 साल से कम उम्र के बच्चे घरों पर रहे।
बैठक में सीओ गिरीश सिंह ने त्योहारों के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध किया। बैठक को दीनबंधुनंदा बाबा, जयंत मिश्रा, राघवेंद्र मिश्र के प्रतिनिधि एवं अन्य आयोजकों ने भी संबोधित किया। बैठक में सीआरओ नीता यादव, अपर पुलिस अधीक्षक रविंद्र सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नंदकिशोर कलाल, उपजिलाधिकारी आशाराम वर्मा, नीरज प्रसाद पटेल, आनंद श्रीनेत, सभी सीओ, थाना प्रभारी, गणमान्य नागरिक, दुर्गा पूजा आयोजन समिति के पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।