नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नरहरिया में मौजूद स्वास्थ्य सुविधाओं की स्टेट टीम ने सराहना की
बस्तीः नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) नरहरिया में मौजूद स्वास्थ्य सुविधाओं की स्टेट टीम ने सराहना की है। पीएचसी का चयन कायाकल्प अवार्ड के लिए हुआ है। तीसरे और अंतिम चरण के निरीक्षण के लिए स्टेट की दो सदस्यीय टीम अस्पताल पहुंची थी। अगर तीसरे चरण में अस्पताल पास हो जाता है तो अस्पताल को दो लाख रुपए का इनाम मिलेगा। यह राशि अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार पर खर्च हो सकेगी। गोरखपुर मंडल के डिवीजनल क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. जसवंत मल्ल और व जिला अस्पताल गोरखपुर के हास्पिटल मैनेजर डॉ. मुकुल द्विवेदी की टीम ने पीएचसी का निरीक्षण किया।
उन्होंने वहां की साफ-सफाई की व्यवस्था, उपकरणों के रख-रखाव, दवा का स्टोर व हर्बल गार्डेन का निरीक्षण किया। टीम ने अस्पताल में मौजूद स्टॉफ से हाथ धोने का तरीका, पोछा लगाने का तरीका, ब्लीचिंग सॉल्यूशन बनाने का तरीका, जमीन पर गिरे हुए ब्लड व पारा को हटाने के तरीके के बारे में सवाल-जवाब किए। टीम ने कोरोना काल में अस्पताल की गतिविधियों के बारे में भी पूछा। उन्हें बताया गया कि अस्पताल में प्रति दिन कोविड-19 जांच की सुविधा उपलब्ध है।
इस पर टीम ने सैम्पलिंग करने वाले कर्मियों से पीपीई किट पहनने व उतारने के तरीके के बारे में पूछा। टीम अस्पताल स्टॉफ के जवाब से काफी संतुष्ट नजर आ रही थी। टीम ने अस्पताल में मौजूद कुछ रोगियों से भी अस्पताल की सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक सचिन चौरसिया, मंडलीय क्वालिटी कंसल्टेंट (बस्ती) जीशान अली, रोहन धवन, फार्मासिस्ट अनिल यादव, एलटी अरूण कुमार, स्टॉफ नर्स कीर्ति सिंह, नीरज चौधरी, चांदमती, पुनीत सहित अन्य निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे।
अस्पताल में मौजूद हैं यह सुविधाएं
– गर्भवती की जांच एवं परामर्श
– गर्भवती व बच्चों का टीकाकरण
– सुरक्षित प्रसव की सुविधा
– प्रसव पूर्व व पश्चात जांच एवं उपचार की सुविधा
– कॉपरटी, माला, छाया, अंतरा इंजेक्शन सहित अन्य परिवार नियोजन की सुविधा
– परिवार कल्याण की योजनाओं की जानकारी
मलिन बस्ती में संचालित है नगरीय पीएचसी
नगरीय पीएचसी पुरानी बस्ती क्षेत्र के नरहरिया व बरदहिया मलिन बस्ती में संचालित है। इसका संचालन पिछले पांच साल से किया जा रहा है। दस बेड की यह पीएचसी सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक संचालित होती है। इसका मकसद कामकाजी लोगों को ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य सुविधा घर के करीब उपलब्ध कराना है। यहां पर सामान्य उपचार के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की अन्य कल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ आम लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। यहां प्रसव की भी सुविधा उपलब्ध है। जो गर्भवती जिला महिला अस्पताल तक नहीं पहुंच पाती है, उसका प्रसव कराकर उसे महिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है।