नहीं रहे ट्रेजडी किंग युनूस खान उर्फ दिलीप कुमार,98 साल की उम्र में निधन

गोरखपुर :- (सतेंद्र कुमार सिंह) सिल्वर स्क्रीन पर अपनी अदाकारी से लोगों को रुला देने वाले ‘ट्रेजडी किंग’ दिलीप कुमार का 98 साल के उम्र में निधन हो गया। दिलीप कुमार ने भारतीय सिनेमा में मेथड ऐक्टिंग की शुरुआत की।
दिलीप कुमार के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक प्रकट किया है। एक ट्वीट में मोदी ने कहा, “दिलीप कुमार जी को एक सिनेमाई लीजेंड के रूप में याद किया जाएगा। उन्हें असामान्य प्रतिभा मिली थी, जिसकी वजह से उन्होंने कई पीढ़ियों के दर्शकों को रोमांचित किया। उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदना।”
पीएम मोदी ने कुमार की पत्नी सायरा बानो से फोन पर बात की और उन्हें ढांढस बंधाया।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा कि दिलीप कुमार ने भारतीय सिनेमा के लिए जो किया है, उसे आने वाली कई पीढ़ियां याद रखेंगी। इन दो प्रमुख नेताओं के अलावा राजनीतिक जगत की कई हस्तियों ने ‘मुगल-ए-आजम’ अभिनेता के निधन पर शोक जताया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा कि ‘उनकी अदायगी का अंदाज कई पीढ़ियों तक फिल्म प्रेमियों पर छाया रहेगा।’जिंदगी का पर्दा गिर गया मगर…
लंबे समय से बीमार थे दिलीप कुमार
आखिरी बार 1998 में आई फिल्म ‘किला’ में दिखे दिलीप कुमार लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने बुधवार सुबह मुंबई के हिंदुजा अस्पताल के आईसीयू में 7:30 अंतिम सांस ली। पिछले एक महीने में ही दिलीप कुमार को दो बार अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। दिलीप कुमार को शाम पांच बजे मुंबई के जुहू कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
बता दें कि दिलीप कुमार को मुंबई के खार हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिलीप कुमार के ट्विटर अकाउंट से उनके निधन की पुष्टि भी की गई। दिलीप कुमार को पिछले एक महीने में दो बार अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पांच जुलाई को ही दिलीप कुमार के ट्विटर हैंडल से उनकी हेल्थ पर अपडेट दिया गया था। दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो द्वारा बयान में कहा गया था कि दिलीप कुमार की तबीयत में सुधार हो रहा है।वह अभी भी अस्पताल में ही हैं, आप उन्हें अपनी दुआओं में रखें।
लेकिन इस हेल्थ अपडेट के दो दिन बाद ही दिलीप कुमार इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए।
11 दिसंबर, 1922 को ब्रिटिश इंडिया के पेशावर (अब पाकिस्तान में) में जन्मे में दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद युसुफ खान था।
वैवाहिक जीवन
दिलीप कुमार ने साल 1966 में सायरा बानो से शादी की थी, जो खुद भी एक अभिनेत्री थीं. जब दोनों की शादी हुई तब सायरा बानो, दिलीप कुमार से 22 साल छोटी थीं. दिलीप कुमार ने आसमा साहिबा से भी शादी की थी, हालांकि ये शादी सिर्फ 1983 तक चली थी. लेकिन सायरा बानो के साथ दिलीप कुमार का साथ अंतिम सांस तक बना रहा. सायरा बानो लगातार अस्पताल से दिलीप कुमार के चाहने वालों को उनकी हेल्थ का अपडेट देती रहती थीं.
फिल्मी सफर और यादगार फिल्में…
युसुफ खान ने अपनी पढ़ाई नासिक में की थी, राज कपूर उनके बचपन में ही दोस्त बन गए थे. मानो वहीं से दिलीप कुमार का सफर बॉलीवुड में शुरू हो गया था. करीब 22 साल की उम्र में ही दिलीप कुमार को पहली फिल्म मिल गई थी. 1944 में उन्होंने फिल्म ‘ज्वार भाटा’ में काम किया था, लेकिन उनकी इस फिल्म की अधिक चर्चा नहीं हो पाई थी ।
दिलीप कुमार ने करीब पांच दशक के करियर में 60 के करीब फिल्में की थीं. दिलीप कुमार ने अपने करियर में कई फिल्मों को ठुकरा दिया था, क्योंकि दिलीप कुमार का मानना था कि फिल्में कम हो लेकिन बेहतर हो।
ज्वार भाटा से शुरुआत करने वाले दिलीप कुमार की यादगार फिल्मों में शहीद, मेला, नदिया के पार, बाबुल, फुटपाथ, देवदास, नया दौर, मुगल-ए-आजम, गंगा-जमुना, राम और श्याम, करमा रहीं. दिलीप कुमार की आखिरी फिल्म किला थी, जो 1998 में आई थी.
दिलीप कुमार को भारत सरकार द्वारा कई अवॉर्ड से नवाज़ा गया था. दिलीप कुमार को पद्म विभूषण, दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, पद्म भूषण से नवाज़ा गया था. दिलीप कुमार 2000 से 2006 से राज्यसभा सांसद भी रहे. पाकिस्तान ने भी दिलीप कुमार को अपने सर्वोच्च नागरिक अवॉर्ड से नवाज़ा था.

