प्राचार्य ने बसंतपंचमी के महत्व पर प्रकाश डाला
बस्ती :- (मार्तण्ड प्रभात ) राजकीय महाविद्यालय, रुधौली, बस्ती में बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजन के साथ महाराजा सुहेलदेव जी एवं सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी की जयंती समारोह भव्य तरीके से मनाया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० राजेश कुमार शर्मा द्वारा माँ सरस्वती, सुहेलदेव जी व निराला जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।महाविद्यालय की छात्रा ज्योति द्वारा माँ सरस्वती की स्तुति और गुणगान किया गया।
माँ सरस्वती की महिमा का बखान करते हुए छात्र/छात्राओं ने तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। साथ ही कविता एवं भाषण की प्रस्तुति देते हुए छात्र/छात्राओं ने महाराजा सुहेलदेव एव निराला जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला।
समस्त कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य ने अपने सम्बोधन में बसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे मनाने के कारण बताते हुए छात्र/छात्राओं को प्रण दिलाया कि विद्यार्थियों के लिए जो आनंद, उत्साह जोश चाहिए वो सारी चीजें अपने अंदर समाहित करें और जिस मुकाम तक खुद को पहुचाना चाहते हैं उस मुकाम तक लेकर जाएं।
उन्होंने महाराजा सुहेलदेव जी के जीवन चरित्रों का बखान करते हुए कहा कि सुहेलदेव कौन थे इन्होंने क्या किया महत्व इस बात में नही है ,बल्कि महत्व इस बात का है कि जिस चौरी चौरा की तिथि से देश में एक वर्ष तक स्थानीय शहीदों को याद करने की जो परिपाटी हम विकसित कर रहे हैं उसी परिपाटी की यह एक कड़ी है जिसका इतिहास है। ऐसे स्थानीय व क्षेत्रीय व्यक्तियों, स्थान, आदि पहचान करके हमें उन्हें इतिहास के पन्नों में फिर से स्थापित कर देश की सांस्कृतिक विराशत और गौरव को विश्व में स्थापित करना है।
हम उम्मीद करते हैं कि ऐसे ही आने वाले एक वर्षों तक हम स्थानीय,क्षेत्रीय स्तर पर ऐसे व्यक्ति की पहचान करके उसे अपने संस्कृति का अंग बनाएं उससे हम सब प्रेरित हों। हिंदी की विभागाध्यक्ष डॉ० शैलजा पांडेय ने निराला जी के व्यक्तित्व पर आधारित गद्य और पद्य में स्वरचित लघु नाटिका ” सोने की शैय्या से मुझे प्यार नही, लेखनी डुबों दूँ चापलूसी की स्याही में ,ऐसा मेरा व्यवहार नही ,भूखें पेट ही सोता हूँ पर अपने विचार ही सोता हूँ संवाद को सुनाते हुए कार्यक्रम में सभी के प्रति ह्रदय से आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के इस अवसर पर राजनीतिशास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ०अंकिता मधेशिया, कर्मचारी मनीष सिंह,महेंद्र सिंह यादव,रवि शंकर प्रसाद तथा समस्त छात्र/छात्राएँ सुषमा,पूजा,रोशनी,रेनु,सरिता, कविता,वर्षा, तनुजा,दीपक, ध्रुपचन्द, गोरखनाथ,विजयपाल,हरिकेश, सजंय सहित समस्त छात्र/छात्राएँ उपस्थित रहें।*