विकास प्राधिकरण के करतूतों को उजागर करेगे-अपूर्व शुक्ल
बस्ती :- (मार्तण्ड प्रभात ) बस्ती विकास प्राधिकरण की ज्यादतियों का विरोध जारी है। विगत दिनों आवास विकास मोहल्ले के रहने वाले अपूर्व शुक्ल के मकान को सील करने पहुंची टीम को आक्रोश का सामना करना पड़ा। पता चला गलती विकास प्राधिकरण की ही थी। दरअसल अपूर्व को 3 फरवरी को नोटिस देकर प्राधिकरण के अधिकारियों ने जवाब मांगा था।
समय सीमा का इंतजार नही किया और 9 फरवरी को डरा धमकाकर मकान सील करने पहुंच गये। अपूर्व शुक्ल का कहना है कि वे ज्यादती बर्दाश्त करने वालों में नही हैं, विकास प्राधिकरण की करतूतों को उजागर करेंगे। इसी बीच अपूर्व के पड़ोसी के पास उच्च न्यायालय के डबल बेंच का आदेश आ गया कि 100 वर्ग मीटर के अंदर निश्चित शर्तों के तहत किया जा रहा निर्माण अवैध नही है। अपूर्व का मकान भी 190 वर्ग मीटर में है, जिसमे दो भाइयों का हिस्सा है।
अपूर्व के हिस्से में महज 95 वर्ग मीटर आता है। उनका कहना है कि वे नियमानुसार निर्माण करवा रहे थे। धनउगाही के चक्कर में विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने डराया धमकाया, मानसिक दबाव बनाया, और सीलिंग की कार्यवाही से पूरे मोहल्ले में उनकी घोर बेइज्जती हुई। पूरे मामले में पीड़ित ने प्राधिकरण को अपना जवाब दाखिल कर दिया है। बस्ती विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मनमानी और गुडई की प्रवृत्ति पर रोक नही लगी तो आगे कदम उठाने को मजबूर होंगे।