Tuesday, July 15, 2025
संतकबीरनगर

ग्राम प्रधानों के सहयोग से क्षय रोग को समाप्त करने की मुहिम

 

संतकबीरनगर।जिला क्षय रोग विभाग ग्राम प्रधानों के जरिए क्षय रोग को जड़ से समाप्त करने की रणनीति पर काम कर रहा है। इसके तहत जनपद के हर ग्राम प्रधान को क्षय रोग के प्रति लोगों को संवेदीकृत करके यह जिम्मेदारी दी जा रही है कि वह अपने गांव के ऐसे लोगों की पहचान करें जो टीबी के संभावित रोगी हैं। उनको जांच के लिए प्रेरित करें तथा जांचोपरान्त अगर क्षय रोग की पुष्टि होती है तो उनका इलाज कराएं। इसमें गांव की आशा कार्यकर्ता उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।

जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र की तरफ से जनपद के विभिन्न ब्लाकों में हो रहे प्रधानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उन्हें मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा संवेदीकृत किया जा रहा है। क्षय रोग के जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित आनन्द ने बताया कि खलीलाबाद, पौली, नाथनगर व हैसर ब्लाक के ग्राम प्रधानों को संवेदीकृत करने की जिम्मेदारी वह खुद उठा रहे हैं। पीपीएम समन्वयक कविता पाठक के निर्देशन में बघौली व सेमरियांवा ब्लाक के ग्राम प्रधानों को संवेदीकृत किया जा रहा है। सांथा, मेंहदावल व बेलहरकला ब्लॉक में विभाग के मास्टर ट्रेनर ईश्वर चन्द चौधरी की टीम के द्वारा प्रधानों के संवेदीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत नवनिर्वाचित प्रधानों को टीबी रोग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। सभी प्रधानों से आह्वान किया गया कि वह रोग के खात्मे के लिए विभाग का सहयोग करें। इस मौके पर सभी प्रधानों को आईईसी मैटेरियल वितरित किया गया। एक्टिव केस फाइंडिंग के तहत नए मरीजों को खोजने के अलावा सभी को जागरूक भी किया जा रहा है। इसी क्रम में विकासखंड खलीलाबाद कार्यालय पर क्षय रोग विभाग द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान सभी नवनिर्वाचित प्रधानों को टीबी रोग के संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। सभी प्रधानों से कहा गया कि वह जिले को इस रोग से मुक्त करने के लिए अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं। चिकित्सा कर्मचारियों ने विभाग का सहयोग करने का भी आह्वान किया। चिकित्सा कर्मचारियों के अलावा कार्यक्रम में विकास खंड अधिकारी तथा एडीओ ने भी अपने संबोधन में ग्राम प्रधानों को महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।

32 नए रोगी खोजे गए

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एस. डी. ओझा ने बताया कि जिले में इस समय 1256 क्षय रोगियों की दवा चल रही है। गत दिनों चले दूसरे सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान के दौरान 32 नए मरीज खोजे गए। इसमें खलीलाबाद ब्लाक खेत्र में 10, सेमरियांवा में छ : , सांथा में आठ, शनिचरा में तीन, बेलहरकला में दो , हैसर, नाथनगर व मेंहदावल में एक – एक रोगी खोजे गए हैं। इनके उपचार की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। इसके साथ ही साथ उनको पोषण भत्ते की धनराशि हर माह 500 रुपए खाते में दी जा रही है। वर्तमान में प्रधानों को संवेदीकृत किया जा रहा है।

ये लक्षण दिखें तो जरुर करा लें जांच – डॉ. एसडी ओझा

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. ओझा ने बताया कि सभी लोग अभियान में सहयोग करें। टीम उनके यहां जा रही हैं तो उन्‍हें अवश्‍य बताएं कि किसी के अन्‍दर टी. बी. के लक्षण हैं या नहीं । इन लक्षणों में दो सप्‍ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना , खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना , रात में बेवजह पसीना आना और भूख कम लगना, वजन का घटना , बुखार व सीने में दर्द और शाम के समय हल्‍का बुखार होने जैसे लक्षण शामिल हैं ।

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