Wednesday, October 15, 2025
बस्ती

शहीद की याद में इमामबाड़ा खुर्शीद मंजिल में हुआ मजलिस का अयोजन

बस्ती :- (मार्तंड प्रभात) हजरत इमाम हुसैन के बेटे हजरत अली अकबर की याद में सोमवार को गांधी नगर में अलम व ताबूत का जुलूस निकाला गया। गांधी नगर में निकाले गए जुलूस में सोगवारों ने कर्बला के शहीदों की याद में नौहा पढ़ा और मातम किया।

इमामबाड़ा खुर्शीद मंजिल, निकट ईदगाह में जुलूस से पूर्व मजलिस का भी आयोजन हुआ। मजलिस को सम्बोधित करते हुए मौलाना मोहम्मद हैदर खां ने कहा कि इमाम के बेटे अली अकबर की शक्ल व आवाज पैगम्बरे-इस्लाम से मिलती-जुलती थी।इमाम को जब अपने नाना की याद आती थी तो वह अली अकबर की जियारत कर लिया करते थे।

दसवीं मोहर्रम को कर्बला के मैदान में इमाम ने अली अकबर को सुबह की अजान देने का हुक्म दिया। लोगों को पैगम्बर की याद ताजा हो गई, लेकिन सत्ता के भूखे यजीदियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ।

इमाम ने काफी भरे मन से अली अकबर को कर्बला में जंग की इजाजत दी। तीन दिन का भूखा व प्यासा 18 साल का यह युवा काफी बहादुरी से लड़ा। यजीदियों ने धोखे से हमला कर उसे शहीद कर दिया।

सफदर रजा, शम्स आबिद, अयान, फरजान, मोहम्मद, सुहेल हैदर, शिराज हैदर, सोनू, हामरान, तकी हैदर, मुन्ने, हसन जावेद, शीलू, जावेद, मानू सहित अन्य जुलूस में शामिल रहे।

सोमवार रात में इमामबाड़ा सगीर हैदर से गांधी नगर में जुलजुनाह का जुलूस निकाला गया। जुलजुनाह इमाम हुसैन के घोड़े का नाम था। इसकी वफादारी भी कर्बला की घटना के समय चर्चा में रही।

दक्षिण दरवाजा से शुरू हुआ यह जुलूस मंगल बाजार, करूआ बाबा होते हुए सुर्ती हट्टा मोड़ पर जाकर समाप्त हुआ।