9 साल बाद भी अधूरे पड़े है 11 आगनवाड़ी भवन,बने97 की हालत खस्ता

बस्ती :- (मार्तण्ड प्रभात) बस्ती जनपद में 11 आंगनवाड़ी भवन के निर्माण में आई है जांच में जिले के नवनिर्मित 108 आंगनवाड़ी भावनाओं में से 11 भवनअभी अधूरे पड़े हैं।
जनपद में 11 आगंनबाड़ी भवन के निर्माण में गड़बड़ी सामने आई है। जांच में सामने आया है कि जिले के नवर्निमित 108 आंगनबाड़ी भवनों में से 11 भवन अभी भी अधूरे पड़े हैं। जबकि इन सभी भवनों का भुगतान नौ वर्ष पहले किया जा चुका है। जांच में लगभग सभी भवनों का प्लास्टर, खिड़की, दरवाजा और फर्श क्षतिग्रस्त हो चुका है। कई भवनों में खिड़की दरवाजा भी नही लगाया गया है, कई के छत तक के टपकने लगे हैं।
शासन आंगनबाड़ी केंद्र को प्री-प्राइमरी स्कूल के तर्ज पर संचालित करने के लिए तैयारी कर रही है। जिसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया जा चुका है।
शासन की मंशा है कि तीन से छह वर्ष के बच्चे पढ़ें जिनको चित्र, कार्टून, कठपुतली के अलावा खेल-खेल में पढ़ाया जाएगा। जिससे उनके बौद्धिक स्तर को बढ़ाया जा सके। यहां निजी विद्यालयों की तर्ज पर प्ले स्कूल संचालित करने के लिए सभी संसाधन मुहैया कराने जा रही है। लेकिन 11 आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण में गड़बड़ी के खुलासे ने कई सवाल खड़े कर दिया हैं।
नरेंद्र मोदी विचार मंच के जिला मंत्री रितेश पाल के शिकायत के बाद जांच में मामला सामने आने के बाद अब कार्रवाई शुरू हो गई है। हालांकि शिकायतकर्ता का कहना है कि कार्रवाई करने के मामले में जानबूझकर देरी की जा रही है।
। जिला कार्यक्रम अधिकारी की ओर से सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों से 108 आंगनबाड़ी भवनों की स्थलीय जांच कराई गई। जिसमें 11 ऐसे भवन पाए गए जो वर्ष 2012 से अधूरे पाए गए, भवन क्षतिग्रस्त हो चुके है। जिसमें बहादुरपुर क्षेत्र के गोविंदापुर, मरवटिया तिवारी एवं परिवारपुर, कप्तानगंज के पेंदा प्रथम एवं पेंदा द्वितीय, रामनगर के मझौआ रामप्रसाद द्वितीय एवं सेवरालाला, विक्रमजोत के अमौढ़ा तृतीय एवं अमौढ़ा पंचम, हरैया के खमरिया गंगाराम और कुदरहा क्षेत्र के चिलवनिया शामिल है।
इनका निर्माण कार्यदाई संस्था पैक्सफेड थी। जो एक भवन की लागत साढ़े सात लाख है, और इसमें मनरेगा का भी अंश शामिल है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जांच रिपोर्ट को मुख्य विकास अधिकारी को सौंप दी
मुख्य विकास अधिकारी डॉ.राजेश कुमार प्रजापति कहा कि संस्था के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। अगर वह अधूरे कामों को पूरा नहीं करती है, तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगी।

