Monday, July 14, 2025
उत्तर प्रदेश

लॉकर में रखे 5 लाख रुपए दीमक खा गए, लॉकर में रखना पड़ा महंगा

नोएडा। 5 लाख के नोट दीमक खा गए मामला नोएडा के सिटिजन कोऑपरेटिव बैंक का है जहां लकार में रखे हुए ₹500000 में से 2 लाख के नोट दीमक पूरी तरह खो गए वहीं बाकी तीन लाख चने की स्थिति में नहीं है लकार में रखे आप भूषण को भी दीमक लग गया था इस मामले में शिकायत के जाने पर बैंक प्रबंधक ने कार्यवाही का शासन दिया।

मामला नोएडा 51 के सिटिजन कॉपरेटिव बैंक का है जहां लॉकर में रखे 5 लाख के रुपए दीमक खा गए। इस मामले की लॉकर होल्डर ने शिकायत प्रबंधक से की जिस पर आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन प्रबंधक ने दिया है।

लॉकर होल्डर के मुताबिक, उनके लाकर में पांच लाख रुपये रखे हुए थे। दो-तीन दिन पहले जब वह रुपये निकालने गए तो सारे रुपयों में दीमक लग चुके थे। इसमें दो लाख रुपये के नोट पूरी तरह से नष्ट हो चुके थे, जबकि तीन लाख रुपये के नोट में जगह-जगह छेद हो गए थे, जो बाजार में चल नहीं सकते।

बॉक्स भी दीमक ने खत्म कर दिया

इसके अलावा कीमती आभूषण का बॉक्स भी दीमक ने खत्म कर दिया था। यह तीन लाख रुपये आरबीआइ से बदलवाने के लिए लॉकर होल्डर ने शाखा प्रबंधक पर दबाव बनाया। इसके बाद बैंक ने अन्य ग्राहकों से भी लॉकर चेक करने के लिए संपर्क किया।

इसके बाद दो दिन में कई लोग अपना लॉकर चेक करने बैंक पहुंच चुके हैं। एक अन्य लॉकर होल्डर ने भी नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बैंक ने फोन कर उनसे संपर्क किया और लॉकर चेक करने के लिए कहा है।

बैंक प्रबंधन की ओर से दो से 12 हजार रुपये तक लॉकर शुल्क के रूप में लिया जाता है। ऐसे में लॉकर में रखे सामान की सुरक्षा की जिम्मेदारी बैंक प्रबंधन की होती है। बैंक की लापरवाही से यदि कोई संपत्ति नष्ट होती है, तो लॉकर के किराये का 100 गुना तक मुआवजा दिए जाने का प्रविधान है। लॉकर परिसर को वर्ष में कम से कम दो बार कीटनाशक से ट्रीटमेंट कराया जाना चाहिए। शाखा में यह कार्य नहीं किया गया है, जिससे लॉकर में दीमक लग गया।

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