Wednesday, August 13, 2025
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बस्ती में वाहन चोरी का बड़ा खुलासा, 10 मोटरसाइकिलों के साथ 5 शातिर गिरफ्तार

बस्ती में वाहन चोरी का बड़ा खुलासा, 10 मोटरसाइकिलों के साथ 5 शातिर गिरफ्तार

कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई

नेपाल भेजने के फ़िराक में थे अपराधी

बस्ती (मार्तण्ड प्रभात)-जिले में लंबे समय से सक्रिय संगठित वाहन चोरी गिरोह पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 चोरी की मोटरसाइकिलों के साथ 5 आरोपियों को दबोच लिया। पुलिस के अनुसार यह गिरोह न केवल बस्ती जनपद के कोतवाली, हरैया और कप्तानगंज थाना क्षेत्रों में, बल्कि आसपास के इलाकों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। यह कार्रवाई रविवार देर रात करीब 2 बजकर 5 मिनट पर कोतवाली क्षेत्र के मुड़घाट पुल के पास चेकिंग के दौरान हुई। कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम को वहां संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। मौके पर घेराबंदी कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से अलग-अलग स्थानों से चोरी की गई 10 मोटरसाइकिलें बरामद हुईं। इन वाहनों में कई ऐसी थीं, जिनकी चोरी की रिपोर्ट हाल ही में दर्ज हुई थी।बरामद मोटरसाइकिलों के नंबर UP51AL3881 (कोतवाली), UP51AS3575 (कोतवाली), UP51AQ9301 (कोतवाली), UP51AL2333 (हरैया), UP51AC0550 (हरैया), UP51AZ3394 (कोतवाली – कचहरी परिसर से चोरी), UP51AZ6345 (कोतवाली – पानी टंकी के पास से चोरी), UP51AP3648 (कोतवाली), UP51AM1502 (कोतवाली) और UP51AN7388 (कप्तानगंज) है, जिसे पुलिस टीम ने अपने कब्जे में ले रखा है।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुनील (22) पुत्र जयप्रकाश चौधरी, निवासी पेड़ारी, थाना हरैया, अजीत (25) पुत्र सियाराम, निवासी पेड़ारी, थाना हरैया, ओमप्रकाश (24) पुत्र रुदल प्रसाद चौधरी, निवासी सरवाहनपुर, थाना कप्तानगंज, चन्द्र कुमार (35) पुत्र महगू, निवासी लखनपुर, थाना हरैया, विदेशी राम निषाद पुत्र सोमई, निवासी नरोत्तमपुर, थाना कप्तानगंज जनपद बस्ती के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे संगठित रूप से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। योजना के तहत एक व्यक्ति वाहन मालिक पर नजर रखता, दो लोग आस-पास की स्थिति पर निगरानी करते, जबकि एक गाड़ी चुराता और एक मदद करता। चोरी के बाद गाड़ियां झाड़ियों या सुनसान जगहों पर छिपा दी जातीं और समय-समय पर नेपाल या अन्य जिलों के खरीदारों को बेच दी जातीं। आसानी से न बिकने वाली गाड़ियों को गिरोह का सदस्य चन्द्र कुमार, जो पेशे से मैकेनिक है, पुर्जों में तोड़ देता। इन पुर्जों को अलग-अलग बेच दिया जाता, जबकि बचे हुए लोहे-लकड़ी का कबाड़ विदेशी राम निषाद अपनी दुकान के जरिए निपटा देता। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में सुनील और अजीत वाहन चोरी में माहिर हैं, ओमप्रकाश तत्काल खरीदार ढूंढने में दक्ष है, जबकि चन्द्र कुमार और विदेशी राम चोरी के बाद माल ठिकाने लगाने का काम संभालते हैं। पुलिस के अनुसार, रविवार को दिन में गिरोह के संपर्क में नेपाल के एक खरीदार ने फोन किया था, जिसने गाड़ियों के अच्छे दाम देने का वादा किया। रात में मुड़घाट पुल के पास मिलने का तय हुआ। गिरोह के सदस्य चोरी की गाड़ियां इकट्ठा कर रहे थे कि तभी पुलिस ने दबोच लिया। पांचों आरोपियों के खिलाफ पहले से ही कोतवाली, हरैया, कप्तानगंज समेत अन्य थानों में चोरी, लूट, कबाड़ और वाहन संबंधी कई मामले दर्ज हैं। इनमें 2022 से लेकर 2025 तक के मुकदमे शामिल हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक दिनेश चन्द, प्रभारी स्वाट टीम उ.नि. संतोष कुमार, उ.नि. अजय कुमार सिंह (चौकी प्रभारी सिविल लाइन), उ.नि. विश्वमोहन राय (चौकी प्रभारी गांधीनगर), उ.नि. विवेकानन्द तिवारी (चौकी प्रभारी बड़ेबन), उ.नि. सुरेन्द्र प्रसाद (चौकी प्रभारी जेलगेट) के साथ स्वाट और कोतवाली पुलिस के कई जवान शामिल रहे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बरामद गाड़ियों को संबंधित मुकदमों में दाखिल किया जा रहा है और आरोपियों के आपराधिक नेटवर्क की जांच की जा रही है। जल्द ही गिरोह से जुड़े अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।