शिक्षा की नींव पर ही बुलन्द देश का निर्माण होता है – संजय शुक्ल

जनपद स्तरीय निपुण भारत मिशन कार्यशाला में शिक्षा के स्वरूप पर विमर्श
शिक्षा की नींव पर ही बुलन्द देश का निर्माण होता है – संजय शुक्ल
बस्ती (मार्तण्ड प्रभात )।बस्ती और संतकबीरनगर जनपद की एक दिवसीय जनपद स्तरीय निपुण भारत मिशन विजन एवं रणनीति कार्यशाला का आयोजन शहर स्थित एक होटल में मंगलवार को किया गया। कार्यशाला में दोनों जनपदों के बीईओ, डायट मेंटर, डीसी, एसआरजी और एआरपी शामिल रहे। कार्यशाला के मुख्य अतिथि एडी बेसिक बस्ती मंडल एवं डायट प्राचार्य बस्ती संजय कुमार शुक्ल और अन्य ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यशाला का उद्घाटन किया।
कार्यशाला के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए एडी बेसिक बस्ती मंडल संजय कुमार शुक्ल ने कहा कि शिक्षा की नींव पर ही बुलन्द देश का निर्माण होता है, क्योंकि शिक्षा लोगों को ज्ञान, कौशल और नैतिकता प्रदान करती है, जिससे वे राष्ट्र के आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी विकास में योगदान दे पाते हैं। यह व्यक्तियों को सशक्त बनाती है और देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए आधार तैयार करती है। देश को विकसित बनाने के लिए शिक्षा को बेहतर बनाना होगा।
कहा कि भाषा और गणित विषय में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि ये दोनों विषय अन्य विषयों के लिए नींव का कार्य करती हैं। डायट प्राचार्य संतकबीरनगर धीरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि हम सभी को पूरे लगन के साथ कार्य करना है ताकि तय समय में विद्यालय निपुण हो सकें। बीएसए बस्ती अनूप कुमार तिवारी ने कहा कि विद्यालयों को निपुण बनाना प्राथमिकता में है। कहा कि विद्यालयों को निपुण बनाने में आ रही कठिनाइयों का निराकरण ही इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है।
बीएसए संतकबीरनगर अमित कुमार सिंह ने कहा कि शत प्रतिशत विद्यालयों को निपुण बनाने के लिए रणनीतियों में बदलाव करने की जरूरत है। हम सभी अच्छे ढंग से कार्य करेंगे तो निश्चित है कि हम चीजों को और बेहतर कर सकते हैं। राज्य परियोजना कार्यालय से आए कार्यशाला के नोडल संदर्भदाता शुभम जगताप और अन्य संदर्भदाताओं अनिका सिद्दीकी, कृतज्ञा, कृष्णानंद आदि ने निपुण भारत मिशन के बारे में बिंदुवार बेहतर ढंग से बताया।
उन्होंने निपुण बनाने की रणनीतियां, संदर्शिका का प्रयोग, टीएलएम का प्रयोग, शिक्षक संकुल मीटिंग, टाइम टेबल, टीचर ट्रेनिंग, निपुण तालिका, मासिक बैठक का एजेंडा, बालवाटिका आदि के विषय में विस्तार से बताया। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने विद्यालयों को निपुण बनाने में आ रही कठिनाइयों को बताया जिसका संदर्भदाताओं द्वारा निराकरण किया गया। शिक्षकों ने समूहों में विभिन्न प्रकार के गतिविधियों की प्रस्तुति दिया। कार्यशाला का संचालन एसआरजी आशीष श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर बीईओ विजय आनंद, विनोद त्रिपाठी, ओंकार नाथ वर्मा, अरुण यादव, बड़कऊ वर्मा, प्रभात श्रीवास्तव, अशोक कुमार, महेंद्र नाथ त्रिपाठी, गरिमा यादव, अनिता तिवारी, ज्ञान चंद्र मिश्र, धीरेंद्र त्रिपाठी, ममता सिंह, आशीष सिंह, जनार्दन यादव, निधि श्रीवास्तव, महेंद्र प्रसाद, डायट प्रवक्ता अलीउद्दीन खान, मो. इमरान खान, डॉ गोविन्द प्रसाद, सरिता चौधरी, वर्षा पटेल, डॉ ऋचा शुक्ला, कल्याण पाण्डेय, जिला समन्वयक स्वप्निल कुमार श्रीवास्तव और अमित कुमार मिश्र एसआरजी अंगद पांडेय, भास्कर त्रिपाठी, संजय द्विवेदी, अशोक चौहान सहित दोनों जनपदों के एआरपी मौजूद रहे।





