Wednesday, July 16, 2025
बस्ती मंडल

आने वाले पंचायत चुनाव में पार्टी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी – चंद्रशेखर

पंचायत चुनाव में पार्टी दिखाएगी दम – चंद्रशेखर

बस्ती पहुंचे चंद्रशेखर ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

बस्ती पहुंचे नगीना सांसद चंद्रशेखर का हुआ विरोध

रावण को जेल भेजो के लगे नारे ,प्रिंशी सिंह के नेतृत्व में महिलाओं का प्रदर्शन

डॉ. रोहिणी घावरी को न्याय दिलाने की मांग 

बस्ती(मार्तण्ड प्रभात संवाददाता)। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि भाजपा शासन में शोषितों, दलितों, कमजोर वर्ग के साथ अत्याचार हो रहा है। लोकतंत्र खतरे में है । चंद्रशेखर रविवार को अटल प्रेक्षागृह में पार्टी के तरफ से आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव में उनकी पार्टी प्रदेश के 18 मंडलों में अपनी उपस्थिति का दर्ज कराएगी। हर जिले में संगठन विस्तार पर जोर दिया।

उन्होंने वक्फ के नाम पर मुस्लिम समाज के उत्पीड़न का आरोप लगाया। कहा कि इसके बाद जैन, क्रिश्चियन और अन्य समाज के उत्पीड़न का नंबर आएगा। इसलिए अभी से सजग होने की जरूरत है। शोषण, उत्पीड़न से बचने के लिए लंबी लड़ाई लड़नी होगी। लड़ाई लड़ना भी हमें सीखना होगा।

जनता को राज बदलने के लिए बंदूक नहीं उठानी है, सिर्फ वोट देना है। 2027 के चुनाव की भी तैयारी शुरू कर दी जाए। यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।

दलितों का मसीहा बनने वाले पर दलित महिला के शोषण का आरोप

इस बीच कुछ महिला संगठनों ने चंद्रशेखर रावण का बस्ती में विरोध करते हुए रावण को जेल भेजो के नारे लगाए। अटल प्रेक्षागृह से लेकर सर्किट हाउस तक तनाव का माहौल देखने को मिला। महिलाएं तख्तियां लहरा कर रावण मुर्दाबाद और रावण को जेल भेजने की मांग करते हुए नारेबाजी की।

विश्व हिंदू महासंघ के महिला विंग की अध्यक्ष प्रियांशी सिंह के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में पहुंची महिलाओं ने डॉ. रोहिणी घावरी को न्याय दिलाने की मांग की। 

प्रियांशी सिंह ने कहा कि चंद्रशेखर रावण ने तमाम महिलाओं का शोषण किया है। डॉ. रोहिणी घावरी को न्याय मिलना चाहिए दलित बहन को न्याय मिलना चाहिए। गिरफ्तारी होनी चाहिए। रावण सम्मान के लायक नहीं है।रावण के ऊपर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी होनी चाहिए।

सांसद चंद्रशेखर पर डॉ. रोहिणी घावरी के शोषण का आरोप लगाते हुए उन्हें जेल भेजने की मांग कर रही थीं। उनके पहुंचने पर विरोध में तख्तियां लहराते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की गई।

बता दें कि डॉ. रोहणी की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद सांसद चंद्रशेखर काफी चर्चा में हैं।

विरोध में उतरी महिलाओं का कहना था कि ऐसे सांसद को जेल भेजना चाहिए। इस दौरान सर्किट हाउस से लेकर प्रेक्षागृह तक माहौल बिगड़ा रहा। दोनों पक्षों में तनाव बढ़ते देख पुलिस सक्रिय हो गई। सांसद के समर्थक भी महिलाओं का विरोध करते हुए नारेबाजी करने लगे। यह देख पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। आनन- फानन बड़ी संख्या में फोर्स बुला ली गई। काफी प्रयास के बाद महिलाओं को वहां से हटाया गया।

कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह ने भी की गिरफ्तारी की मांग

वहीं कैसरगंज के पूर्व सांसद ने भी रावण की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि एक दलित महिला की आवाज सबै जा रही है।उसे न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आज मई उनसे पूछता हूं जो न्याय के बड़े ठेकेदार हैं, आज वह क्यों मौन हैं? कांग्रेस क्यों मौन है? आम आदमी पार्टी क्यों मौन है? किसान नेता क्यों मौन हैं? ममता बनर्जी, अशोक गहलोत क्यों मौन हैं? आज यह लोग चुप क्यों बैठे हैं? क्या इनके ऊपर एफआईआर नहीं होनी चाहिए?

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