20 मई से शुरू होगा ग्रीष्म अवकाश , उत्तर प्रदेश के सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय पर लागू होगा आदेश

उत्तर प्रदेश। UP School Summer Holidays: गर्मी का मौसम आ चुका है, और तापमान 40° डिग्री से ऊपर चल रहा है। ऐसे में बच्चों को राहत देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रीष्मावकाश की तारीखों का ऐलान कर दिया है।
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार, उत्तर प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 20 मई से 15 जून तक ग्रीष्मावकाश की घोषणा की गई है। इस दौरान बच्चों के लिए स्कूल बंद रहेंगे, और उन्हें 27 दिनों तक छुट्टियों का आनंद मिलेगा।
शिक्षकों की उपस्थिति 16 जून से होगी अनिवार्य
ग्रीष्मावकाश के बाद 16 जून से सभी शिक्षकों की उपस्थिति स्कूलों में अनिवार्य होगी। उसी दिन से विद्यालयों का संचालन भी फिर से शुरू हो जाएगा। सभी स्कूलों को इस बदलाव के बारे में पहले ही सूचित किया जा चुका है।
शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार घोषित हुआ अवकाश
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा तैयार किए गए शैक्षिक कैलेंडर में ग्रीष्म और शीतकालीन अवकाश पहले से ही निर्धारित थे। इस कैलेंडर में स्कूलों की छुट्टियों और उनके बाद की गतिविधियों को पहले से योजनाबद्ध किया गया था।
19 मई को अंतिम कक्षा, फिर छुट्टियां
19 मई को सभी स्कूलों में अंतिम बार कक्षाएं संचालित की जाएंगी। इसके बाद 20 मई से 15 जून तक ग्रीष्मावकाश प्रभावी हो जाएगा। इस दौरान राज्य के 1246 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में यह नियम लागू होगा। छुट्टियों के दौरान बच्चों को शैक्षिक गतिविधियों से पूरी तरह से अलग किया जाएगा, हालांकि कुछ खास गतिविधियां जारी रहेंगी।
छुट्टियों के दौरान चलेंगे विशेष शैक्षिक कार्यक्रम
स्कूल बंद होने के बावजूद, छुट्टियों के दौरान भी कुछ शैक्षिक गतिविधियां चलती रहेंगी। इन गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों के शैक्षिक विकास को जारी रखना है। प्रमुख गतिविधियों में ग्रीष्मावकाश शिविर, मिशन प्रेरणा, और ऑपरेशन कायाकल्प जैसे कार्यक्रम शामिल होंगे। इन गतिविधियों की देखरेख के लिए विशेष रूप से चयनित शिक्षक अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
शिक्षकों के लिए दिशा-निर्देश
गर्मी की छुट्टियों के दौरान शिक्षकों को कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। गैर-जनपद तैनात शिक्षकों को चुनाव प्रक्रिया के दौरान अपने कार्यक्षेत्र में बने रहने का निर्देश दिया गया है।
शिक्षक अपने मोबाइल फोन को चालू रखें और ऑनलाइन सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए तैयार रहें। ताकि प्रशासनिक संपर्क बना रहे और किसी भी प्रकार की जानकारी की आवश्यकता होने पर तुरंत उपलब्ध हो सके।

