निर्विरोध चुनाव के लिए प्रशासन उतरा मैदान में,सपा नेताओं के घर डाली जा रही दबिश – सन्नी यादव

बस्तीः- (संवाददाता नवनीत ) आज जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद से सरगर्मियां बढ़ गई हैं।कल पर्चा दाखिला है और आज का दिन काफी व्यस्त रहा।
आज जिला प्रशासन भी काफी सक्रिय नज़र आया लेकिन सारी सक्रियता सपा नेताओं के आसपास घूमती रही। पहली कार्यवाही गोटवा में जहां जिला प्रशासन की कई टीमों ने जिला पंचायत सदस्य वीरेंद्र चौधरी के ईट भट्टे पर छापेमारी की जिसमे आबकारी, खनन, श्रम विभाग के साथ पुलिस विभाग पूरे लाव लश्कर के साथ जांच पड़ताल में लगा रहा और वीरेंद्र चौधरी को खोजते रहे लेकिन वो मिले नहीं ।
तो दूसरी तरफ बस्ती शहर में सपा जिला अध्यक्ष महेंद्र नाथ यादव के भाई के घर पर राजस्व विभाग की टीम अवैध निर्माण की बात कह कर पैमाइश करती रही हालांकि देर शाम तक मामला बनता न देख जिला प्रशासन की टीम यह कहकर वहां से निकल गई कि कल फिर कागजो की पड़ताल के बाद पैमाइश की जाएगी। इस पूरे गहमागहमी के माहौल में भारी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी मौके पर मौजूद रहे।
वही जब इस तरह की छापेमारी की खबर सपा एमएलसी सनी यादव को मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए।और उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी नहीं भारत जलाओ पार्टी है।
कोरोना काल में जब लोग मर रहे थे लोगों को ऑक्सीजन, वेंटीलेटर , बेड की जरूरत थी तब बीजेपी सरकार यह सोच रही थी। कि हम पंचायत चुनाव कैसे जीतें, हम जिला पंचायत अध्यक्ष कैसे बनाएंगे, सदस्य कैसे बनाएंगे ।
उन्होंने जिले के अधिकारियों का बचाव करते हुए कहा अधिकारियों की कोई गलती नहीं है गलती ऊपर बैठे लोगों की है जो इन अधिकारियों से गलत काम करवा रहे हैं, यह बिचारे उनके आदेश को मानने को मजबूर हैं ।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये होने वाले चुनाव को लेकर माहौल गर्म है। भाजपा के संजय चौधरी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है और उनकी जीत भी तय मानी जा रही है क्योंकि ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सत्ता पक्ष का चुनाव मना जाता है क्योंकि ये सत्ता पक्ष के प्रतिष्ठा का विषय माना जाता है। लेकिन सपा ने भी वीरेंद्र चौधरी को अपने उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतार दिया।इसी के साथ ही भाजपा का निर्विरोध अध्यक्ष बनाने के अरमान पर पानी फिर गया।
बस्ती जनपद का जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव बड़ा ही रोचक हो गया है।
लेकिन अभी भी संजय को निर्विरोध अध्यक्ष बनवाने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती आखिर प्रतिष्ठा का विषय है । इस तरह के चुनाव में जैसा अक्सर होता है विपक्ष को दबाने की कोशिश की जाती है शुरू है चुका है ।
सूत्रों से कि सारा कार्यक्रम चुनाव को निर्विरोध करवाने के लिए हो रहा है।एक सपा कार्यकर्ता ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि भाजपा की तरफ से प्रशासन ही चुनावी मैदान में आ गया है और किसी भी सूरत में चुनाव निर्विरोध करवाना चाहता है आखिर जिलास्तरीय नेताओं के प्रतिष्ठा का भी तो सवाल है।

