गांजा और चरस की तस्करी भी हुई आनलाईन हुआ खुलासा
बस्ती:- जिले में गांजा और चरस की ऑनलाइन तस्करी का नेटवर्क सामने आया है। सबकुछ मोबाइल से ऑपरेट कर एक एप के जरिए बातचीत और फिर लग्जरी बसों से डिमांड के मुताबिक गांजा व चरस बताए गए पते पर पहुंचाने वाले रैकेट का खुलासा रुधौली थाना व स्वॉट टीम ने किया है। चार किलो गांजा, मोबाइल व बाइक संग दो युवकों को गुरुवार रात पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस ऑनलाइन तस्करी नेटवर्क से जुड़े खरीदारों का पता लगाने में जुटी है।
प्रभारी एसपी रविन्द्र कुमार सिंह ने शुक्रवार को इस रैकेट का खुलासा किया। बताया कि पकड़े गए दोनों शातिर वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के बेलभरिया गांव के रहने वाले हैं। इनमें से अनुराग शुक्ला उर्फ गोलू उर्फ कबीर दिल्ली में नौकरी करता है, जबकि अर्पित शुक्ल उर्फ अंशु प्रयागराज के कॉलेज से एमपीएड कर रहा है। थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि अर्पित एक वर्ष पूर्व प्रयागराज स्थित कॉलेज की तरफ से दिल्ली में कबड्डी खेलने गया था। इस दौरान उससे वहीं नौकरी कर रहा दोस्त अनुराग फॉर्च्यूनर गाड़ी से उससे मिलने आया था। उसका ग्लैमर देख अर्पित दंग रह गया। उसने उसकी कमाई का जरिया पूछा तो उसने अवैध गांजा/चरस की ऑनलाइन तस्करी कर शॉर्ट-कट से पैसा कमाने का तरीका बताया। अर्पित ने भी एप डाउनलोड कर लिया और उसमे जुड़े लोगों से ऑनलाइन चैटिंग/फोन से गांजा मंगाकर बस्ती व आसपास के जनपदों में गांजा सप्लाई करने लगा। माल मांगने के लिए दिल्ली और अन्य राज्यों से बोल्वो बस की मदद लेता था। इस तरह बताए गए स्थान पर गांजा आ जाता था।
गुरुवार को भी ऑर्डर के मुताबिक दसिया-महनुवा मोड़ पर दोनों ने बोल्वो बस से चार किलो गांजा मंगाया था। इसे बेचने जाते वक्त थाना प्रभारी रुधौली शिवाकांत मिश्रा व स्वॉट प्रभारी राजकुमार पांडेय की टीम ने दोनों को दबोच लिया। इनके कब्जे से गांजा के अलावा एक बाइक, दो मोबाइल व सात सौ रुपये बरामद हुए हैं। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।