जयन्ती पर याद किये गये शहीदे आजम भगत सिंह
बस्ती :- सोशल क्लब जिलाध्यक्ष अनिल कुमार पाण्डेय के संयोजन में सोमवार को रोडवेज तिराहा स्थित शहीदे आजम भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर 113 वीं जयन्ती पर उन्हें नमन् किया गया।
क्लब संस्थापक उमेश श्रीवास्तव ने कहा कि 28 सितंबर, 1907 को अविभाजित भारत में लायलपुर जिले के बंगा में भगत सिंह का जन्म हुआ था। “शहीद भगत सिंह साहसी होने के साथ-साथ विद्वान चिंतक थे। अपनी जिंदगी के बारे में परवाह किये बगैर भगत सिंह और उनके क्रांतिकारी दोस्तों ने ऐसे पराक्रमिक कार्यों को अंजाम दिया, जिनका देश की आजादी में बहुत बड़ा योगदान रहा।
क्लब जिलाध्यक्ष अनिल कुमार पाण्डेय ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत से देश को आजाद करने के लिए चले आंदोलनों में भगत सिंह का नाम बहुत ही गर्व से लिया जाता है। 12 साल की उम्र में जलियांवाला बाग कांड का उनके मन पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा था। 14 साल के भगत सिंह ने सरकारी स्कूलों में किताबें और कपड़ों में आग लगा दिया था। देश की रक्षा के खातिर अपनी पढ़ाई छोड़कर सन् 1920 में वो महात्मा गांधी के अहिंसा आंदोलन में शामिल हुए। 23 साल की छोटी सी उम्र में ही ब्रिटिश सेना द्वारा उन्हें फांसी पर चढ़ा दिया गया था। ऐसे महान व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की जरूरत है।
शहीदे आजम भगत सिंह को नमन् करने वालों में अमर सोनी, दीपक गौड़, बालचंद शुक्ल, मिथलेश प्रजापति, वीरू चौधरी, शैलेष पटेल, राहुल पटेल आदि शामिल रहे।