पंचायत भवन निर्माण में देरी से जिलाधिकारी नाखुश
बस्ती:- जिलाधिकारी :आशुतोष निरंजन की अध्यक्षता में पंचायत भवन निर्माण और सामुदायिक शौचालय निर्माण की समीक्षा विकास भवन सभाकक्ष में की गई। पंचायत भवन निर्माण की समीक्षा के दौरान उन्होने पाया कि 758 लक्ष्य के सापेक्ष 604 पंचायत भवनों के निर्माण का कार्य प्रारंभ हो पाया है। पूछ-ताछ करने पर अनारम्भ कार्यो के बारे में इसका स्पष्ट कारण खंड विकास अधिकारी अथवा एडीओ पंचायत नहीं बता पाये। उनके द्वारा बताया गया कि शेष कार्यों में इसलिए प्रारंभ नहीं कराया गया है कि वहां जलजमाव है अथवा भूमि विवाद है।
जिलाधिकारी ने सबसे खराब प्रगति वाले कुदरहा-03, परसरामपुर-06 तथा हरैया 13 पंचायत भवन प्लिंथस्तर की स्थिति पर अप्रसन्नता व्यक्त की गई और दिनांक 28.09.2020 तक कार्य में अपेक्षित प्रगति न होने पर जिला पंचायत राज अधिकारी को कार्यवाही प्रस्तावित करने का निर्देश दिया। संबंधित खंड विकास अधिकारीगण को अपने खराब प्रगति वाले सचिवों के विरुद्ध कार्यवाही के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए। प्रारंभ निर्माण कार्यों में से 313 पर ही प्लिंथ स्तर तक का कार्य पूर्ण हुआ है।
इसी प्रकार सामुदायिक शौचालयों के निर्माण की समीक्षा के दौरान पाया गया कि 1167 की स्वीकृति के सापेक्ष 911 का ही मस्टर रोल जारी हुआ है। इस पर जिलाधिकारी ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए संबंधित खंड विकास अधिकारियों को सतत निगरानी करने का निर्देश दिया। प्लिंथ स्तर तक के निर्माण कार्यों की समीक्षा में पाया गया कि मात्र 530 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण प्लिंथ स्तर तक पूर्ण हो पाया है।
समीक्षा में विकासखंड दुबौलिया, रुधौली, साऊघाट और कुदरहा की स्थिति सबसे खराब पाई गई। जिलाधिकारी ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए इन विकास खंडों को सुधार के लिए भी दिनांक 28 सितंबर 2020 की तिथि नियत की गई है। यदि 28 तारीख तक अपेक्षित प्रगति नहीं होती है तो जिला पंचायत राज अधिकारी संबंधित कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे।
मुख्य विकास अधिकारी सरनीत कौर ब्रोका ने खंड विकास अधिकारियों को सामुदायिक शौचालय और पंचायत भवन के निर्माण की स्वयं दैनिक समीक्षा करने का निर्देश दिया। समीक्षा बैठक का संचालन डीपीआरओ विनय सिंह ने किया। बैठक में पीडी आरपी सिंह, समस्त खंड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत एवं डीसी स्वच्छ भारत मिशन उपस्थित रहे।
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