प्रधान द्वारा फर्जी जॉब कार्ड से लाखो रुपए हड़पने का लगा आरोप
बस्तीः – छतौरा गांव निवासी विकास शुक्ला सहित दर्जन भर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र पर दी गयी शिकायत में गांव में शौचालय, प्रधानमंत्री आवास, चननी, मनरेगा सहित अन्य निर्माण कार्यों में किये गये भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग किया है।
जिलाधिकारी ने शिकायतों की गंभीरता समझते हुये 24 सितम्बर का जिला समाज कल्याण अधिकारी को जांच सौंपा है। शिकायतकर्ताओं को नतीजे का इंतजार है। मामला बनकटी विकास खण्ड के ग्राम पंचायत सूरापार का है। यहां महिला प्रधान है किन्तु उनका सारा काम बेटा देखता है।वह सकारी स्कूल मे अध्यापक है।
पता चला है वह प्रधानी संभालने के चक्कर में स्कूल भी बहुत कम जाता है।
शिकायतकर्ताओं की मानें तो ग्राम पंचायत में त्रिभुवन पुत्र सुक्खू नाम का कोई आदमी नही लेकिन उसका जॉबकार्ड बना है। बाबूराम पुत्र उदयरात 5 साल से सउदी रहते हैं उनका जॉबकार्ड बना है। बालकेश पुत्र सीताराम 8 साल से गांव नही आये, उनका जॉबकार्ड बना है। परमात्मा पुत्र लालमन नाम का गांव में कोई आदमी नही है लेकिन जॉबकार्ड बना है। पूजा पत्नी आशीष गांव में नही रहती, कार्ड बना है। नीरज पुत्र छोटेलाल ओला ड्राइवर है, पिता मिलिट्री में है लेकिन उनका जॉबकार्ड बना है। पृथ्वी पाल पुत्र तीर्थराज एलआईसी एजेंण्ट है उनका जॉबकार्ड बना है।
नीलम पाण्डेय 5 साल से गांव में नही हैं, पवन पुत्र रामजियावन नाम का कोई आदमी नही है, प्रमोद कुमार सीएससी संचालक हैं, रामजी पुत्र मिठाईलाल की किराने की दुकान है, दिलशेर पुत्र राजाराम के पास ट्रैक्टर खेती बाड़ी सब है, लाखों का गन्ना बेंचते हैं, लेकिन सभी का जॉबकार्ड बना है। शिकायकर्ताओं ने कहा कि ग्राम पंचायत में करीब 680 जॉबकार्ड हैं लेकिन मौके पर काम करने वाले मजदूर 100 से अधिक नही है। अनेकों ऐसे जॉबकार्ड धारक है जिन्हे मालूम ही नही कि उनका कार्ड बना है। इस प्रकार शौचालय, पीएम आवास, अपात्रों को बांटे गये हैं। जिसके पास जानवर नही हैं उन्हे चननी दी गयी है। कुल मिलाकर शिकायतकर्ताओं को जांच के नतीजे का इंतजार है।