बेसहारा के लिए सहारा बने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
गोरखपुर :- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर आई मदद की एक अपील का संज्ञान लेते हुए कुछ ही घंटों में इलाज के लिए लाखों रुपये स्वीकृत कर दिए। गोरखपुर के कैंपियरगंज के राकेश मिश्र की बेटी की हार्ट सर्जरी होनी है। इसके लिए 9.90 लाख रुपये का एस्टीमेट अस्पताल ने दिया था। सोशल मीडिया के जरिए सीएम के संज्ञान में यह मामला आया। उन्होंने विवेकाधीन कोष से पूरी धनराशि स्वीकृत कर दी। सीएम ने पत्र लिखकर बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी की है।
सोशल मीडिया पर योगी का पत्र वायरल हो रहा है। इसमें सीएम ने कहा, ‘मुझे पता चला है कि आपकी पुत्री कुमारी मधुलिका मिश्रा के हृदय के दोनों वाल्व खराब हो गए हैं, जिसकी शल्य चिकित्सा होनी है किंतु धनाभाव के कारण वह संभव नहीं हो पा रही है….
9.90 लाख रुपये मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से स्वीकृत कर दिए गए हैं। आशा है कि इस धनराशि से उसकी शल्य चिकित्सा सकुशल संपन्न होगी और वह शीघ्र स्वस्थ होकर अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकेगी।’
गोरखपुर जिले के कैंपियरगंज के मछलीगांव की मधुलिका मिश्रा हृदय की गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं। मधुलिका ने पीएम और सीएम से इलाज में मदद की गुहार लगाई थी। छात्रा ने बताया कि उसके पिता राकेश चंद्र मिश्र किसान हैं। मां की बचपन में ही मौत हो गई थी। दो भाई हैं, जो पढ़ाई करने के साथ-साथ कृषि में पिता का भी सहयोग करते हैं।
मधुलिका ने बताया कि बीते दिनों सांस लेने में तकलीफ हुई तो भाई ने गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में दिखाया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि दिल के दोनों वॉल्व खराब हैं। इसके बाद भाई केजीएमयू और पीजीआई लेकर पहुंचा। कोरोना की वजह से दोनों जगहों पर इलाज से मना कर दिया गया। उसके बाद मेदांता में भर्ती कराया गया। यहां डॉक्टरों ने कहा कि ऑपरेशन के माध्यम से दोनों वॉल्व बदले जा सकते हैं। इसमें 9 लाख 90 हजार रुपये का खर्च आएगा।