रोडवेज में अब नो मस्क नो ट्रैवेल पॉलिसी लागू,6 रुपए में मिलेगा मस्क
लखनऊ :- उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) की बसों में कोरोना काल में सुरक्षित यात्रा के लिए एक नई पहल की गई है।
निगम, अब अपने यात्रियों को सफर के दौरान घर में बने कपड़े के मास्क भी मुहैया कराएगा। वो भी महज छह रुपए प्रति मास्क की दर पर।
इस पहल की जानकारी उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राज शेखर ने गुरुवार को एक ट्वीट के जरिए दी। उन्होंने बताया कि ये मास्क ‘नो प्रॉफिट नो लॉस’ के आधार पर यात्रियों को दिए जाएंगे। ये मास्क धो कर दोबारा इस्तेमाल में लाए जा सकेंगे। जरूरतमंद यात्री सफर के दौरान मास्क खरीद सकेंगे। इसके पहले अनलॉक-1 में रोडवेज बसों के संचालन को मंजूरी मिलने के समय भी निगम प्रबंधन ने सुरक्षित यात्रा के लिए कई पहल की थीं। तब प्रबंध निदेशक राजशेखर ने भरोसा दिया था कि निगम की प्राथमिकता कोरोना वायरस से यात्री सुरक्षा होगी। बसें हर चक्कर के बाद सेनेटाइज की जाएंगी। हर छह घंटे में एक बार बस स्टेशनों को सेनेटाइज किया जाएगा। हैवी ड्यूटी थर्मल सेंसर कैमरा से यात्रियों के शरीर के तापमान को मापने की व्यवस्था की गई है।
बस स्टेशनों पर और बसों के अंदर भी सभी यात्रियों के लिए हैंड सेनिटाइज़र की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सभी यात्रियों के लिए नो मास्क-नो ट्रैवल पॉलिसी लागू की गई है। सभी ड्राइवरों, कंडक्टरों, बस स्टेशन के कर्मचारियों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के रूप में मास्क और दस्ताने का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया गया है। ड्यूटी करने से पहले सभी कर्मचारियों के शरीर के तापमान को थर्मल गन्स से मापने की व्यवस्था की गई है। सोशल डिस्टेंसिग बनाए रखने के लिए हर बस अड्डे पर पांच सदस्यीय टीम तैनात की गई है। अब यात्रियों के सफर को और सुरक्षित बनाने के लिए परिवहन निगम ने मास्क मुहैया कराने की भी पहल की है।