शिक्षकों की गोपनीय आख्या मांगे जाने का निर्णय वापस ले सरकार-उदयशंकर शुक्ल - www.martandprabhat.com
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शिक्षकों की गोपनीय आख्या मांगे जाने का निर्णय वापस ले सरकार-उदयशंकर शुक्ल

बस्ती :- (मार्तण्ड प्रभात)/ उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल के नेतृत्व में संघ पदाधिकारियों ने प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर गुरूवार को उप जिलाधिकारी सदर आशाराम वर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री बेसिक शिक्षा को 25 सूत्रीय एवं स्थानीय समस्याओं को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को 18 सूत्रीय ज्ञापन देकर शिक्षक समस्याओं के समाधान का आग्रह किया।

ज्ञापन देते हुये संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने कहा कि शिक्षकों की गोपनीय आख्या मांगे जाने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है। यह शासनादेश शिक्षकों को अधिकारियों की गुलामी के जंजीरों में जकड़ने वाला है, इस काले शासनादेश को तत्काल वापस लिया जाय। यदि काला कानून वापस न हुआ तो प्रदेश व्यापी आन्दोलन छेड़ा जायेगा।

संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने मांग किया कि 69000 भर्ती में नव नियुक्त शिक्षकों का वेतन पूर्व की भर्ती की तरह दो प्रमाण-पत्रों के ऑन लाइन सत्यापन के आधार पर भुगतान किया जाय। केन्द्र को प्रस्ताव भेजकर शिक्षकों, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल कराया जाय।

25 सूत्रीय ज्ञापन में 10 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षकोें को चयन वेतनमान भुगतान आदेश जारी करने, प्रत्येक माह 10 और 25 तारीख को वीआरसी पर प्रधानाध्यापकों की बैठक करने, पूर्व में जारी कार्यवृत्ति का पालन करने, 17140 एवं 18150 वेतन भुगतान, अर्न्तजनपदीय स्थानान्तरण से वंचित शिक्षकों का स्थानान्तरण करने, आकांक्षी जनपदों में कार्यरत शिक्षकों का अर्न्तजनपदीय स्थानान्तरण किये जाने, जनपदों के भीतर स्थानान्तरण की बाधित प्रक्रिया को बहाल करने, पारस्परिक स्थानान्तरण करने, शिक्षा विभाग द्वारा टेबलेट उपलब्ध कराये जाने तक ऑन लाइन का कार्य न कर पाने वाले शिक्षकों के विरूद्ध कोई कार्रवाई न किये जाने, राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को कैशलेश चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, चतुर्थ श्रेणी में नियुक्त मृतक आश्रित पाल्योें को लिपिक पद पर परिवर्तित करने, मृतक शिक्षक के पाल्यों की योग्यता के आधार पर नियुक्ति किये जाने, परिषदीय विद्यालयों में कार्यो के सम्पादन हेतु लिपिक एवं साफ सफाई हेतु चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति किये जाने, शिक्षकों को टी.सी.एल. की सुविधा देने, दुर्घटना आदि असमायिक मृत्यु पर 20 लाख बीमा कबर भुगतान कराने, शिक्षकों की सामूहिक बीमा राशि 10 लाख रूपया किये जाने, पूर्व की भांति शिक्षकों की पदोन्नति खण्ड शिक्षा अधिकारी पद पर करने, पूर्व में स्वीकृत प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय एवं सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय के रिक्त पदों के सापेक्ष पदोन्नित करने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त करने, बेसिक शिक्षा परिषद में एनजीओ का दखल समाप्त करने, टीईटी उत्तीर्ण शिक्षा मित्रोें को शिक्षक पद पर समायोजित करने, कार्यरत लाखों शिक्षकोें का मानदेय 30 हजार रूपये प्रतिमाह किये जाने, कार्यरत अनुदेशक को स्थानान्तरण की सुविधा एवं 25 हजार रूपये मानदेय देने, परिषदीय विद्यालयों में संविलयन के आधार पर प्रधानाध्यापकों के समाप्त पद बहाल करने, सभी विद्यालयों में बाउन्ड्रीवाल तथा बच्चों को बैठने के लिये डेस्क, बेंच, टाईलीकरण, शौचालय, विद्युतीकरण की सुविधा दिये जाने, परिषदीय विद्यालयों में चोरी की घटना होने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किये जाने आदि की मांग शामिल है।

ज्ञापन सौंपने वालों में अखिलेश मिश्र, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, विजय प्रकाश चौधरी, शैल शुक्ल, इन्द्रसेन मिश्र, उमाशंकर मणि त्रिपाठी, चन्द्रभान चौरसिया, दिवाकर सिंह, रजनीश मिश्र, विजय वर्मा, अखिलानन्द यादव, अखिलेश चौधरी, राहुल उपाध्याय, सन्तोष भट्ट, ओम प्रकाश, प्रमोद तिवारी, कृष्ण बहादुर पाल, आनन्द दूबे, अखिलेश तिवारी, राजेश कुमार, विनय कुमार, दीपक आर्य, ओम प्रकाश पाण्डेय, राजेश चौधरी, रामलखन दूवे, राजेश यादव आदि शामिल रहे।

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