सरकारी डॉक्टर के अवैध कमाई की शिकायत पहुंची मुख्यमंत्री तक

सरकारी डॉक्टर के अवैध कमाई की शिकायत पहुंची मुख्यमंत्री तक
आवास पर ही चलता है प्राइवेट हॉस्पिटल
सरकारी पद पर रहते हुए अवैध तरीके से अथाह संपत्ति अर्जित करने का आरोप
रेप के मामले भी आ चुका है डॉक्टर का नाम
बस्ती । बस्ती में जाने माने डॉ. विजय कुमार गौतम एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार उन पर आय से अधिक संपत्ति और अवैध हॉस्पिटल संचालित करने का मामला सामने आया है।
प्रधानत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान के जिला सचिव अरविंद सिंह ने डॉ विजय कुमार गौतम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री को संबोधित शिकायती पत्र में डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए है। शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए कहा है कि डॉक्टर विजय कुमार गौतम कासगंज में पोस्ट है लेकिन बस्ती में उनका हॉस्पिटल दूसरे के नाम पर संचालित होता है। शिकायतकर्ता के अनुसार डॉक्टर विजय गौतम 2012 में बस्ती के सीएमओ कार्यालय से लेकर जिले के कई सरकारी अस्पतालो में तैनात रहे। 12 सालों के भीतर उनके द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित किया,खुद और अपने परिवार जनों, रिश्तेदारों के नाम संपत्ति खरीदा ।
इतना ही नहीं वर्तमान समय में कासगंज जनपद में सरकारी डॉक्टर के रूप में नियुक्त होने के बावजूद वह बस्ती शहर में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। वे यहां कटेश्वर पार्क के पीछे हाईलैंड हास्पिटल में प्रैक्टिस करते हैं। यह हास्पिटल दूसरे के रजिस्ट्रेशन पर उनके ही आवास पर संचालित हो रहा है।
बता दें कि बस्ती में किसी सरकारी डाक्टर के निजी अस्पताल चलाने का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी तमाम सरकारी डॉक्टर प्राइवेट हॉस्पिटल संचालित करते पाए गए है और उन पर कार्यवाही भी हुई है। अभी एक नामी गिरामी हॉस्पिटल का मामला पुराना नही हुआ है। जांच के बाद डाक्टर दोषी पाए गए थे। इसके बाद उन्हे सरकारी नौकरी से इस्तीफा देना पड़ा था।
अरविंद सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि डॉक्टर विजय गौतम वर्तमान समय में कासगंज जनपद में सरकारी डॉक्टर के रूप में नियुक्त है,और प्राइवेट प्रैक्टिस हाइलैंड हॉस्पिटल कटेसर पार्क बस्ती के पीछे करते है। आपको बता दे कि यह हॉस्पिटल दूसरे के नाम पर रजिस्टर्ड है जो की डॉक्टर विजय कुमार का आवास भी है।
शिकायतकर्ता अरविंद सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह ड्यूटी पर कम हाइलैंड अस्पताल को चलाने में अधिक रुचि लेते हैं जो सरकार के शासनादेश के विरुद्ध है । उनका कहना है कि डॉक्टर विजय कुमार गौतम की पकड़ अधिकारियों में मजबूत है, इसलिए इस मामले का संज्ञान लेने को कोई विभागीय अधिकारी तैयार नहीं है। उन्होंने उच्च अधिकारियों और शासन को लिखित रूप से शिकायती पत्र देकर डॉक्टर के भ्रष्टाचार के बिंदुओं की जांच और कार्यवाही कराए जाने की मांग किया है।

