घटना के तीन दिन बाद भी नही दर्ज हुआ लूटपाट तोडफोड का मुकदमा

पुलिस चौकी मडवानगर के 100 मीटर की दूरी पर हुई घटना, कोतवाली थाना क्षेत्र का मामला
बस्ती। योगी सरकार की जीरो टेलरेंश नीति पर बस्ती पुलिस खरी नहीं उतर रही है। क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी और लूट की घटनाएं पुलिस विभाग की कार्य पद्धति पर सवाल खड़ी कर रही है। अभी कुछ दिन पहले ही चोरी की बढ़ती घटनाओं को लेकर पडिया चौराहा पर क्षेत्रीय जनता ने जाम लगा रखा था ।
ऐसा ही एक मामला बस्ती कोतवाली क्षेत्र के भटोलवा खीरीघाट का है जहां पत्रकार दिनेश मिश्र के घर पर 13 दिसम्बर को रात्रि करीब 10ः30 बजे हांकी और असलहे से लैस चार अपराधियों ने गेट तोडकर एक घण्टे के भीतर दो बार लूटपाट के घटनाओं को अंजाम दिया।
पीडित परिवार के अनुसार प्रभारी निरीक्षक कोतवाली को फोन पर घटना का सूचना दिया। जिस पर एक घण्टे बाद चीता पुलिस के दो सिपाही प्रकट हुए। फिर भी घटना के दो दिन बाद भी न तो मामले मे मुकदमा दर्ज किया गया और न ही अपराधियों के विरूद्व कोई कार्यवाही किया गया। जिसके कारण अपराधियों का मनोबल आसमान छू रहा है और पुलिस तमाशा देख रही है।
जबकि पूरे घटनाक्रम का वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। समाचार लिखे जाने तक प्रकरण मे कोई अभियोग पंजीकृत नही किया गया और न कोई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचा। रात्रि गश्त और पुलिसिंग ग्रामीण क्षेत्र की बात छोड दीजिए शहरी क्षेत्र मे पूर्ण रूप से ध्वस्त है।
पत्रकार दिनेश मिश्र ने प्रकरण को लेकर तथा कोतवाल चन्दन कुमार की लापरवाही को लेकर आइजी रेंज बस्ती आरके भरद्वाज से मिलकर सम्पूर्ण घटना को अवगत कराया जा चुका।
आइजी ने मामले की जांच आरोपी शहर कोतवाल को ही सौंप दिया। अब आप समझ सकते हैं कि अपने पर लगे आरोपों की जांच कोतवाल साहब कितने पारदर्शिता के साथ करेंगे।

